SHIVPURI NEWS- पुरानी पेंशन की मांग को लेकर दहाड़े शिक्षक,कर्मचारी, निकाली रैली, सौंपा ज्ञापन

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शिवपुरी।
पिछले लंबे समय से एनपीएस की बजाय पुरानी पेंशन की मांग कर रहे जिले के करीब दस हजार शिक्षक, अधिकारी व कर्मचारी अब चुनाव नजदीक आने से पहले अपनी इस मांग को लेकर लगातार आंदोलन तेज कर रहे हैं। नेशनल मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन स्कीम संगठन के आव्हान पर रविवार को प्रदेश के साढ़े छह लाख एनपीएस पाने वाले कर्मचारियों के साथ जिले के सैंकड़ों शिक्षकों व कर्मचारियों ने भी आवाज बुलंद की।

शाम करीब चार बजे शहर सहित जिले भर से आए, सैकड़ों शिक्षक व कर्मचारी तात्या टोपे पार्क में एकत्रित हुए और यहां से तख्त, बैनर हाथों में थाम कर व सिर पर OPS की मांग वाली टोपी लगाकर शहर की सड़कों से रैली निकाली। आंदोलनकारियों का यह जत्था राजेश्वरी रोड, गुरुद्वारा चौक, माधव चौक, कोर्ट रोड होते हुए शाम करीब पांच बजे कलेक्ट्रेट पहुंचा।

कलेक्ट्रेट में नारेबाजी करते हुए जो पेंशन की बात करेगा, वो देश पर राज करेगा जैसे नारे बुलंद करते हुए दाखिल हुए और राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार आशीष जायसवाल को सौंपा। इस दौरान प्रमुख रूप से स्नेह सिंह रघुवंशी मनमोहन जाटव, भरत सिंह धाकड़ राजकुमार सरैया, सुनील शर्मा, गोविंद अवस्थी अरविंद सरैया विपिन पचौरी, उमेश करारे, राजा बाबू आर्य कौशल गौतम, प्रदीप अवस्थी, कपिल पचौरी, रामेश्वर गुप्ता, रामकृष्ण रघुवंशी, यादवेंद्र चौधरी, रविन्द्र द्विवेदी कृष्ण बल्लभ मुद्गल, राजेश खत्री सहित सैकड़ों शिक्षक.कर्मचारी मौजूद थे।

OPS के साथ वरिष्ठता की भी मांग

एनएमओपीएस संगठन के आव्हान पर सौंपे गए इस ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि प्रदेश के साढ़े छह लाख कर्मचारियों के लिए एनपीएस लागू है, जो शेयर मार्केट और एनयूटी की ब्याज दर पर आधारित है। इसमें पेंशन की कोई निश्चित गारंटी नहीं है और कर्मचारी की आकस्मिक मृत्यु होने पर परिवार पेंशन का भी प्रावधान नहीं है।

एनपीएस पेंशन की राशि में महंगाई के साथ कोई वृद्धि भी नहीं होती। सेवानिवृति पर 500 से 3000 के लगभग पेंशन राशि प्राप्त हो रही है। इससे आश्रित परिवार के सामने गंभीर वित्तीय संकट आ जाता है। ज्ञापन में ओपीएस सहित मध्यप्रदेश में नवीन शैक्षणिक संवर्ग के शिक्षकों को प्रथम नियुक्ति दिनांक से सेवा अवधि की गणना के साथ.साथ वरिष्ठता का लाभ, पेंशन और ग्रेच्युटी में दिया जाए। रैली में बड़ी संख्या में महिला शिक्षकाएं भी मौजूद रहीं।