SHIVPURI NEWS- कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिलने के लिए पैदल निकला महेन्द्र, 600 किलोमीटर की पदयात्रा, अन्न ओर फलो का कर दिया त्याग

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काजल सिकरवार शिवपुरी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिलने की चाह युवक को रोक न सकी,अपने नाम के आगे महान तपस्वी लिखने वाले महेंद्र सिंह कटारिया राहुल गांधी तक दिल्ली पहुचने के लिए 600 किलोमीटर की पदयात्रा कर रहे है। प्रतिदिन 20 किलोमीटर चल रहा है। आज यात्रा का पांचवा दिन है और आज की रात महेंद्र ने अपना पड़ाव पिछोर के रेड्डी चौराहे पर डाला है।

जानकारी के अनुसार अशोकनगर जिले के मुगवली क्षेत्र के बमौर कुटिया के निवासी महेन्द्र कटारिया उम्र 45 वर्ष ने 9 अप्रैल से मुंगावली से अपनी पदयात्रा राहुल गांधी की मुलाकात करने के लिए शुरू की है। यात्रा की चौथी रात पिछोर के रेड्डी चौराहे पर अपना पडाव डाला है। सुबह उठते ही महेद्र की पदयात्रा पुनः शुरू होगी। महेन्द्र ने बताया कि वह प्रतिदिन 20 किलोमीटर पैदल चल रहे है यात्रा की दूरी लगभग 600 किलोमीटर है लगभग 30 दिन का सफर है।

अपने नाम के आगे महान तपस्वी लिखने वाले महेंद्र ने बताया कि एक समय मेरी हालत बहुत खराब हो गई थी,कई सारे नेता मेरे से मिलने आए थे,स्वयं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मेरे से मिलने आए थे सभी लोगो से मैने निवेदन किया था कि मुझे राहुल गांधी से मिलना है मेरे लिए समय दिला दो,लेकिन किसी ने मेरी नहीं सुनी। इसलिए अब महादेव के भरोसे यह निर्णय लिया है कि मै राहुल गांधी से मिलने स्वयं जाउगा। और यह मिलन पदयात्रा के रूप में होगा,रास्ते मे मिलने वाले लोगों के साथ उनके विचार शेयर करूगा।

महेंद्र ने बताया कि यही सोचकर में अपने घर से निकल पड़ा हूं। मैंने 9 अप्रैल 2023 से अशोकनगर के मुंगावली से पैदल यात्रा शुरू कर दी। और आज वह पिछोर के रेड्डी चौराहे पर पहुंच गया हूं। यानी आज मेरी 80 किलोमीटर की दूरी तय कर ली है। मुंगावली से दिल्ली जाना है और दिल्ली मुंगावली से 600 किलोमीटर की दूरी पर है। यह यात्रा 1 माह में पूरी होने की संभावना है।

महेद्र ने बताया कि मेरे साथ एक फोर व्हीलर गाडी है,गाडी में एक ड्रायवर है। गाडी में एक सोने का बिस्तर और दैनिक उपयोग की वस्तुएं है। राहुल गांधी से मिलने की चाह में यह यात्रा शुरू हुई है। आशा करता हूं कि यह यात्रा सफल और सुखदाई होगी। महेंद्र ने कहा कि वह आध्यात्मिक व्यक्ति है शुद्ध विचारों का प्रचार करना उसका काम है इसलिए उसने 2009 से अन्न और फलों का त्याग कर दिया था केवल दूध और चाय पर ही वह जिंदा है,अन्न और फलों का त्याग करने के कारण उसके शरीर पर कोई दुष्रभाव नही है जब से और अधिक एनर्जी का एहसास है।