SHIVPURI NEWS- टाइगर पर टिकी शिवपुरी के पर्यटन की निगाहे, 2 साल में एक भी विदेशी मेहमान नहीं आया पार्क में

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शिवपुरी।
शिवपुरी के पर्यटन की आस केवल अब टाइगर पर ही टिकी है,क्यों के पिछले 2 साल में शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में एक भी विदेशी पर्यटक पार्क भ्रमण पर नहीं आया है। कुल मिलाकर हमारे पार्क में जंगल है ऐसा जंगल जो वर्षा काल में भी खुला रहता है,साथ में शाहकारी जानवर सहित बड़ी संख्या में तेदुऐ भी है। लेकिन जंगल का राजा टाइगर नहीं था अब जंगल का राजा हमारे पास है इसलिए अब माना जा रहा है कि शिवपुरी में पर्यटन की संख्या बढ़ सकती है।

बिग कैट कैटेगरी की फैमिली मौजूद है

अभी कूनो नेशनल पार्क की सीमा को लाघता हुआ चीता पवन माधव नेशनल पार्क का भ्रमण करके गया है और दबी जुबान में कूनो से आवाज आ रही है कि इतनी संख्या में चीते नही संभाले जा सकते है इसलिए उन्हें शिफ्ट करना आवश्यक है। अभी कूनो नेशनल पार्क में खुले मे मात्र 4 चीते है जिसमें एक चीता बार बार शिवपुरी भाग कर आ रहा है इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि जब कूनो में सभी चीते खुले में छोडे जाएगे तो कितने चीते शिवपुरी आ सकते है कहना मुश्किल है लेकिन यह तय है कि माधव नेशनल पार्क में चीते पर्यटकों को देखने को मिल जाऐगें। अगर चीता शिवपुरी में रूक जाते है तो शिवपुरी में माधव नेशनल पार्क में टाइगर,चीता और तेंदुआ देखने को मिलेगा,जो देश के किसी नेशनल पार्क में नहीं है।

आधा राष्ट्रीय पार्क का टिकट

माधव नेशनल पार्क घूमने का टिकट पहले 1500 रुपये हुआ था, जो अब 750 रुपये हो गया है। इस राशि में चार पहिया वाहन बन सकता है, जिसमें 8 लोग घूम सकते हैं। इसके अलावा 360 रुपए गाइड का अलग से सहयोग करें। यानि एक वाहन में 8 लोगों का नेशनल पार्क घूमने के लिए 1110 रुपए खर्च करने होंगे।

पार्क के अतिरिक्त प्राकृतिक स्थानो की भरमार

माधव नेशनल पार्क के अतिरिक्त शिवपुरी जिले में पवा वॉटरफॉल,सुल्तानगढ़ वाटर फॉल,टुंडा भरका,भूरा खो के अतिरिक्त प्राकृतिक झरने है,वही सिंधिया की छतरी,भदैया कुंड और बाणगंगा,पोहरी का जल मंदिर,सुरवाया की गढ़ी,नरवर का किला सहित कई ऐसे पर्यटक पॉइंट है जिनका अपना एक गौरवशाली इतिहास और साथ में मनोरमा और खूबसूरत है,कुल मिलाकर अगर शिवपुरी में कोई पर्यटक आता है तो उसे पर्यटन का फूल पैकेज मिलेगा।

अब शिवपुरी का पर्यटन बढ़ रहा है

माधव नेशनल पार्क में अब टाइगर आ गए हैं और चीता भी रुक गई है। टाइगर के आने के बाद पूरी उम्मीद है कि यहां पर विदेशी सैलानियों का स्थिरीकरण होगा और स्टॉकिज्म टूरिज्म टूर श्योपुर से शिवपुरी की ओर बढ़ेगा।
उत्तम कुमार शर्मा, CCF सिंह परियोजना शिवपुरी