SHIVPURI NEWS- बालिका की उम्र 14 साल आधार कार्ड में 18 की कराकर कर रहे थे शादी, रोका गया विवाह

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पोहरी।
कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन के द्वारा जिले के पोहरी विकासखंड के 10 ग्रामों को बाल मित्र ग्राम बनाने के लिए चयनित किया गया है। इन गांव में बच्चों के विकास को प्रभावित करने वाले जोखिमों को चिन्हित कर उन्हें दूर करने के स्थानीय स्तर पर प्रयास किये जाते है। ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण एवं कल्याण समिति की प्रतिमाह बैठक आयोजित की जाती है। जिसमें सभी सदस्य बाल हितैषी दृष्टिकोण से बच्चों की समस्याओं को चिन्हित करते है।

बीते रोज गणेशखेड़ा में बाल संरक्षण समिति की बैठक में एक बालिका के बाल विवाह की जानकारी सामने आई। बालिका के पिता ने सामूहिक सम्मेलन में पंजीयन के लिए आधार में उसकी उम्र में संसोधन कराकर 18 साल करवा लिया था, किंतु स्कूल के रिकार्ड अनुसार बालिका की उम्र 14 वर्ष होना प्रमाणित हुई। समिति सदस्यों ने बालिका के घर जाकर उसके माता- पिता को कम उम्र में होने वाले विवाह के दुष्प्रभावों से परिचित कराते हुए 18 साल की उम्र पूरी होने से पहले विवाह न करने के लिए समझाया तो पिता ने लिखित वचनपत्र दिया कि अब वे अपनी बेटी का विवाह उसकी उम्र 18 साल पूरी होने के बाद ही करेंगे।

टीम में सरपंच गुड़िया कुशवाह, कैलास सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के कॉर्डिनेटर गिर्राज धाकड़, महिला एवं बाल विकास की पर्यवेक्षक कृष्णा शर्मा, स्कूल टीचर ब्रजमोहन रावत, पंचायत सचिव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा कार्यकर्ता एवं अन्य स्थानीय लोग मौजूद रहे।

बालिका को विकास के अवसर देंगे

कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन के कॉर्डिनेटर एवं ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति के सदस्यों की सजगता से गणेशखेड़ा गांव में एक नाबालिग का बाल विवाह परामर्श के माध्यम से रोका गया है। बालिका को शिक्षा एवं कौशल विकास से जोड़ने के प्रयास करेंगे।
नीरज गुर्जर, परियोजना अधिकारी, महिला बाल विकास, पोहरी