शिवपुरी। जिला पंचायत के सभागार में बुधवार को जिला पंचायत की साधारण सभा की बैठक आयोजित की गई, बैठक में बीते 6 माह पूर्व प्रोसिडिंग में दर्ज कराई गई जानकारी सदस्यों द्वारा जिला पंचायत सीईओ उमराव मरावी से चाही गई तो उन्होंने बात को घुमाते हुए सदस्यों को उनका जवाब भी ठीक प्रस्तुत नहीं किया। जिस पर सदस्यगण भड़क गए और उन्होंने कहा कि ऐसी बैठक कराने से क्या हल निकलेगा। जहां जनप्रतिनिधियों की कोई सुनवाई ही नहीं होती हैं।
जिला पंचायत क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण ही नहीं होता हैं। जिस पर सदस्यों सभागार में बैठक में अकेला छोड़कर चले गए थे। जिस पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नेहा यादव ने कहा कि जहां मै भी अपने जिला पंचायत सदस्यों के साथ हूं यदि उनकी समस्याओं का समाधान अधिकारी नहीं कर रहे हैं तो दोषी अधिकारी एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही होना चाहिए।
इसी बात को लेकर देर शाम तक जिला पंचायत कार्यालय में सदस्यों के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष बैठी रही और अपना आक्रोश दर्ज कराने की बात कहीं, साथ ही अन्य सदस्यों का आरोप था कि अधिकारियों फर्जी तरीके से प्रोसिडिंग रजिस्टर में हमारे द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों को ठीक से नहीं लिखा जाता है और अपनी मनमर्जी से बिन्दु डालकर प्रोसिडिंग को क्लोज किया जाता है। जबकि नियम तो यह है कि जिला पंचायत सदस्यों के सामने ही प्रोसिडिंग क्लोज होना चाहिए।
6 माह पूर्व हुई बैठक में जिला पंचायत के उपाध्यक्ष अमित कुमार पडऱया ने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग शिवपुरी के माध्यम से जिन आंगनबाड़ी भवनों में मरम्मत, सुधार कार्य कराया जा रहा है इन सुधार कार्यों में बड़ी लापरवाही बरती गई जिसकी जानकारी चाही गई लेकिन छह माह बाद भी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई। वहीं सदस्य मनीराम लोधी द्वारा शिकायत दर्ज कराई की ग्राम करारखेड़ा में बनी गौ शाला में दबंग व्यक्तियों द्वारा भूसा भर रखा है।
उस पर कार्यवाही की मांग की गई थी लेकिन उन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। वहीं आवास प्लस योजना के अंतर्गत 17351 आवास बनाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिनका कार्य चल रहा है लेकिन इन कार्यों की गुणवत्ता ठीक नहीं है। इसको लेकर निरीक्षण करने की बात की गई थी, लेकिन इस में भी कुछ नहीं हो पाया है। सदस्य गोविन्द शर्मा द्वारा बंद हैंड पंपों की सूची उपलब्ध कराए जाने की सूची मांग की थी लेकिन वह भी नहीं मिली।
वहीं उपाध्यक्ष अमित कुमार पडऱया ने बूधोन राजापुर में नल जल योजना शुरू नहीं हुई। अवधेश बेडिया ने नल जल योजना की पाइप लाइन डालने के बाद गड्ढे नहीं भरे जाने की शिकायत की थी लेकिन आज तक इन समस्याओं पर किसी भी अधिकारी कोई ध्यान नहीं दिया। वहीं जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह लोधी का कहना है कि मैं जिला पंचायत सभागार से जब उठूंगा तब मेरी समस्याओं का समाधान मुझे मिल जाएगा।
क्योंकि हमें भी ग्रामीण विकास के लिए चुना जाता है। श्री लोधी का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा सभी आंगनवाड़ी भवनों के लिए दो-दो लाख रुपए की राशि जारी की गई हैं उनमें किसी भी आंगनबाड़ी दो लाख रूपए की राशि खर्च नहीं की गई सिर्फ और सिर्फ 10 से 15 हजार रुपए रंगाई पुताई कराकर पूरी राशि खर्च कर दी गई। जिसकी विधिवत रूप से जांच होना चाहिए और दोषी लोगों पर कार्यवाही होना चाहिए।