शिवपुरी। मंगलवार से चैत्र नवरात्रि शुरू हो रही हैं चैत्र नवरात्रि से हिंदुओं का नववर्ष भी शुरू होता है। 9 दिन चलने वाले इस त्यौहार में हिन्दू धर्म के अनुयायी विशेष पूजा व आराधना करते हैं। माना जाता है कि 9 दिन देवी धरती लोक में आती है और अपने भक्तो पर कृपा बरसाती हैं। आप सभी ने भी नवरात्रि की तैयारियां शुरू कर दी होगी। माना जाता है कि सभी प्रकार की पूजा का विधान होता है,लेकिन अक्सर देखा जाता है कि पूजा के विधि विधान में कोई कमी नही छोडते लेकिन वास्तु को भूल जाते हैं अगर आपकी पूजा के विधान में वास्तु का समायोजन होगा तो आप पर माता रानी की असीम कृपा होगी और वह जल्दी ही प्रसन्न होंगी।
वास्तु एक्सपर्ट प्रयास मंगल ने शिवपुरी समाचार डाॅट काॅम से इस विषय में बातचीत करते हुए कहा कि नवरात्रि में वास्तु के छोटे छोटे 9 टिप्स को अगर आप फॉलो करते हैं तो आपकी पूजा अधिक फलित होगी और मां की कृपा आप पर अवश्य होगी। प्रयास मंगल ने कहा की हमारी पूजा के विधान में सबसे पहले वास्तु है लेकिन आमजन इन नियमों का फलो नहीं करते या उन्हें जानकारी नहीं होती। आप इन नियमों के अनुसार अपनी पूजा और आराधना करें,आप पर देवी की असीम कृपा होगी।
1-हिंदू धर्म में स्वास्तिक चिन्ह को कल्याण और मंगल से जोड़ कर देखा जाता है और इसलिए नवरात्रि के पर्व पर पहले ही दिन आपको घर के मुख्य द्वार पर दाईं और बाईं ओर हल्दी एवं चूने से स्वास्तिक का चिन्ह बनाना चाहिए। ऐसा करने से आप मंगल को अपने घर की ओर आकर्षित करते हैं और सब कुछ शुभ होता है।
2-ईशान कोण पर आपको देवी जी की स्थापना करनी चाहिए। अगर आप देवी जी की प्रतिमा की स्थापना नहीं कर रहे हैं, तो आपको इस कोण पर कलश और जवारे स्थापित करने चाहिए। ऐसा करने से आपके घर में सुख और समृद्धि का निवास होता है।जमीन के उत्तर-पूर्व कोण को ईशान कोण कहते है। यह सबसे अच्छा कोण माना जाता है क्योंकि इसमें देवी-देवताओं का वास होता है।
3-अगर आप नवरात्रि में हवन-पूजन करते हैं, तो वह आपको आग्नेय कोण में करना चाहिए क्योंकि यह अग्नि का स्थान होता है। आप यदि नवरात्रि के पर्व पर अखंड दीपक जलाते हैं, तो वह भी आपको इसी दिशा में जलाने चाहिए। ऐसा करने से आपको अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी।
4-नवरात्रि में शाम को सूर्यास्त होने के साथ ही आपको 7 कपूर जला कर देवी जी की आरती जरूर करनी चाहिए। इससे घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है और घर में देवी लक्ष्मी का आगमन होता है।
5-नवरात्रि में जब देवी दुर्गा को आप भोग लगाएं तो उस दौरान आप घंटी या ताली जरूर बजाएं। दरअसल, देवी तब तक भोजन ग्रहण नहीं करती हैं, जब तक उनका आह्वान न किया जाए।
6-नवरात्रि पर हर दिन तुलसी के पौधे में एक घी का दीपक जरूर जलाएं, इससे गृह क्लेश दूर होता है और दाम्पत्य जीवन में खुशहाली बनी रहती है।
7-घर में किसी कन्या के रोज पैर पूजें। आपको बता दें कि द्वापर में यह परंपरा श्रीकृष्ण द्वारा श्री राधा रानी को प्रसन्न करने के लिए शुरू की गई थी। नवरात्रि के दौरान घर की महिलाओं और कुंवारी कन्याओं का आदर करना चाहिए और उन्हें उपहार भी देना चाहिए।
8-अगर आप इस नवरात्रि माता की नई मूर्ति धातु की खरीद रहे हैं तो ध्यान रखें कि उसकी ऊंचाई नौ इंच से अधिक ना हो। हालांकि ऊंचाई नापते समय माता का छत्र या आसन जैसे शेर आदि को नहीं नापा जाता। सिर्फ माता की मूर्ति की ऊंचाई नौ इंच होनी चाहिए। वहीं अगर आप फोटो लगा रहे हैं तो उसके लिए ऊंचाई का कोई नियम नहीं है।
9-अगर आप नवरात्रि के दिनों में माता की विशेष कृपा पाना चाहते हैं तो लाल रंग का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें। इसके अलावा आप गोल्डन या कीमती धातु के कलर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे माता के लाल कपड़े या फिर गोटा वाले कपड़े का इस्तेमाल करें। इसके अलावा माता की पूजा के दौरान पीले व लाल रंग के फल व फूल का इस्तेमाल अधिक से अधिक करें।