शिवपुरी। शिवपुरी के लिए 10 मार्च का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा। लगभग 25 साल बाद टाइगर की पुन:वापसी हो रही है। 10 मार्च को मप्र के मुखिया शिवराज सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया टाइगर छोड़ने शिवपुरी आ रहे है। फिलहाल यह तय है कि शिव-ज्योति की जोडी शिवपुरी आ रही है,कार्यक्रम की रूपरेखा अभी प्रशासन ने फायनल नही की है,लेकिन प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। शिवपुरी कलेक्टर रविन्द्र कुमार चौधरी सहित एएसपी राजेश सिंह चंदेल सहित तमाम प्रशासनिक अमला फिजिकल कॉलेज भी पहुंचा था जहां हेलीपैड बनाया जाऐगा।
आज माधव नेशनल पार्क प्रबंधन ने शिवपुर की मीडिया को नेशनल पार्क का भ्रमण कराया ओर बाडे भी दिखाए जिनमें टाइगरो को रखा जाऐगा। नर बाघ भोपाल वन विहार से लाया जा रहा है। जिसके सतपुड़ा में पहले की इन्क्लोजर में रखा हुआ है। एक मादा बाघ बांधवगढ़ और एक पन्ना पन्ना रिजर्व की बताई जा रही है।
विशेष पिंजरे में लाएंगे
बाघों अलग-अलग नेशनल पार्क से लाए जा रहे हैं। इन्हें लाने के पहले ट्रेंकुलाइज किया जाएगा और फिर विशेष पिंजरा से शिवपुरी नेशनल पार्क लाया जाएगा। इन्हें बाड़े में छोड़ने की भी विशेष व्यवस्था की गई है। अतिथि बाहर से पहिया घुमाकर पिंजरे का गेट खोलेंगे और टाइगर उनके लिए बनाए गए विशेष बाड़े में चले जाएंगे।
तीन बाड़े बनाए गए हैं
बाघों को नए वातावरण से अभ्यस्त करने के लिए शुरुआती 15 दिनों तक बाड़े में रखा जाएगा। इसके लिए एक बड़ा ओवल आकार का बाड़ा बनाया गया है जिसे तीन हिस्सों में बांटा गया है। प्रथम चरण में एक नर और दो मादा बाघ आ रहे हैं। नर बाघ को दोनों मादा बाघों के बीच में रखा जाएगा। इनके बीच जालियां रहेंगी जिससे यह एक-दूसरे के संपर्क में नहीं आ पाएंगे, लेकिन सूंघ सकेंगे। बाड़े में 16 फीट ऊंची जाली लगाई गई है। मॉनिटरिंग के लिए स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।