शिवपुरी। यह मनुष्य जीवन एक ओर जहां लाखों योनियों को पार करने के बाद प्राप्त होती है तो वहीं ईश्वर के आराध्य होकर उनकी भक्ति और श्रीमद् भागवत कथा का यजमान बनना भी पुण्य कर्मों और सौभाग्य से मिलता है और इस कथा के आयोजन से ना केवल कथा यजमान बल्कि संपूर्ण सृष्टि जल-थल, नभचर प्राणी भी मोक्ष के मार्ग को प्राप्त करने का पुण्य लाभ अर्जित करते है।
इसलिए ईश्वर की भक्ति मन से करें और कथा श्रवण के समय सारे कामकाज छोड़कर केवल प्रभु भक्ति में मन लगाए निश्चित ही आपका कल्याण होगा और साक्षात ईश्वरीय दर्शन प्राप्त होंगें। भगवान की भक्ति का यह लौकिक मार्ग बताया कि प्रसिद्ध श्रीमद् भागवत कथा मर्मज्ञ आचार्य प्रहलाद जी महाराज ने जो स्थानीय वैष्णोधाम मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के शुभारंभ अवसर पर उपस्थित श्रोताओं को कथा महत्व के बारे में बता रहे थे।
यहां होने वाली श्रीमद् भागवत कथा की भव्य कलश यात्रा शहर के राजेश्वरी मंदिर से निकाली गई जो नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए वैष्णोधाम मंदिर पहुंची जहां विधि-विधान से कथा का पूजन-अर्चन करने के पश्चात आचार्य श्री के द्वारा श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिवस की कथा का श्रवण व्यासपीठ से किया। इस अवसर पर स्थानीय धर्मपे्रमजीन भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे जिन्होंने इस पुण्य लाभ में कलश यात्रा में शामिल होकर श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिवस की कथा को श्रवण किया।
कथा के मुख्य यजमान संरक्षक वैष्णो देवी धाम देवीलाल राठौर (बाबूजी)सहित परिजन श्रीमती लक्ष्मी-राजेश राठौर, सुरेन्द्र राठौर व शुभम राठौर सहित समस्त वैष्णोधाम मित्र मण्डल शिवपुरी है जिनके द्वारा यह भव्य आयोजन किया गया है। समस्त धर्मप्रेमीजनों से प्रतिदिन आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का धर्मलाभ प्राप्त करने का आग्रह वैष्णोधाम मित्र मण्डल शिवपुरी के द्वारा किया गया है जहां गांधी कॉलोनी स्थित श्रीवैष्णोधाम परिसर में दोप.12 से सायं 5 बजे तक कथा का आयोजन किया गया है।