शिवपुरी। माधव नेशनल पार्क मे टाइगर सफारी प्रोजेक्ट के तहत आई पन्ना की बाघिन को पार्क में छोड दिया गया है। अब पार्क बने तीनो बाडो मे तीनो टाइगर आ चुके है। तीनो बाडो में बने बीच के बाडे में नर टाइगर को रखा गया,जिससे पास के बने बाडो में स्थित लेडी टाइगरो से मित्रवत संबंध बना सके। अब शिवपुरी शहर भी इन टाइगरो को देखने के लिए उत्सुक है। यह तय है कि कुछ दिनो बाद इन टाइगरो को खुले जंगल में छोड दिया जाऐगा,लेकिन कब यह सवाल सभी के मन में चल रहा है।
बताया जा रहा है माधव नेशनल पार्क के बाड़ो में बंद टाइगरों की न केवल पूरे समय मॉनिटरिंग की जा रही है, बल्कि उनकी हर एक्टिविटी को रिपोर्ट में शामिल कर टाइगर एक्सपर्ट को भेजी जा रही है। चूंकि नर टाइगर बीच के बाड़े में हैं तथा उसके दोनों तरफ मादा टाइगरों के बाड़े हैं। इन तीनों की जब दोस्ती होने के साथ ही एक-दूसरे की गंध को जब वो समझने लगेंगे, तो फिर वो बाड़े से आजाद होने के लिए जाली पर चढ़ने की कोशिश करेंगे।
नाखूनों से जमीन खो देंगे, तब पार्क प्रबंधन को समझ आ जाएगा कि अब यदि टाइगर को नहीं छोड़ा गया तो वो आजादी पाने के लिए खुद को कर सकता है, इसलिए उन हालातों में टाइगर को बाड़े से खुले जंगल में छोड़ दिया जाता है। तीनों की दोस्ती होने के बाद वो पार्क में अपना आशियाना बसा लेंगे।