प्रदीप मोंटू तोमर शिवपुरी। खबर बलारपुर मेले की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती हुई मिल रही है। जिले के सुरवाया थाना की सीमा में आने वाले बलारपुर मंदिर के रास्ते में एक सिर कुचली लाश मिली है। सिर कुचली लाश की पहचान उसके जब से मिले आधार कार्ड से हाु चुकी है,लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि आज सप्तमी का दिन है और मेले में लाखो लोग माता के दर्शन करने जा रहे है ओर प्रशासन चप्पे पर चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था का दावा कर रहा है फिर भी युवक की मौत को कारण स्पष्ट नही है। सुरवाया पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
शिवपुरी शहर के फक्कड कॉलोनी में रहने वाल राजेश सेन आज सुबह ही घर से निकला था,वहा कहा जा रहा है यह किसी भी परिजन को बता कर नही गया। राजेश की सिर कुचली लाश पडी होने की सूचना सुरवाया पुलिस को सुबह 9 बजे मिली है। बताया जा रहा है कि राजेश की लाश मंदिर से तीन किलोमीटर की दूरी पर मिली है। चैत्र नवदुर्गा की सप्तमी आज बलारी माता मंदिर पर आज मेले का आयोजन किया जाता है सम्भवत राजेश सेन आज मेला देखने के लिए बलारपुर के लिए निकला हो। इसी दौरान वह हादसे का शिकार हो गया हो या फिर किसी रंजिश का शिकार हुआ है।
बताया जा रहा है कि सुरवारा थाना पुलिस को सुचना मिली थी आज सुबह 09 बजे नेशनल पार्क के माधव नेशनल पार्क की सीमा के भीतर बलारपुर के रास्ते में एक युवक का शव डला हुआ है। मोके पर पहुंची पुलिस ने पाया की युवक का सिर कुचला हाल में है प्रथम दृस्थ्या अनुमान लगाया जा रहा रहा की किसी वाहन के टायर की चपेट में आने से राजेश की मौत हुई है लेकिन पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आज सप्तमी के दिन बलारी माता मंदिर मेला भरा हुआ है।
इसी के चलते हजारो श्रद्धालु मेले में पहुंच रहे है इसके बावजूद घटना होते किसी ने भी नहीं देखी साथ ही जंगल में बाघों के चलते चप्पे चप्पे पर वन कर्मी तैनात है ऐसे में टाइगरो की सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे है,अगर वनकर्मी पब्लिक के होते हुए ऐसे ड्यूटी करत है तो जब जंगल सूना होता होगा तो कैसे जिम्मदारी से अपनी ड्यूटी करते होंगें सवाल बडा है और शिवपुरी के पर्यटन के भविष्य से जुडा है।