शिवपुरी। बीते 10 मार्च को माधव नेशनल पार्क में 2 टाइगरो को रिलीज किया था,जिन्है पार्क में बने बाडे में रखा गया था। इसमें से 20 मार्च को सतपुड़ा से लाए गए टाइगर को खुले जंगल में छोड दिया था वही आज मादा टाइगर को बाडे से मुक्त कर दिया गया है। अब जंगल के राजा और रानी खुले जंगल में आजाद है। वही पन्ना से लाई गई मादा टाइगर बाड़े में कैद है जिसे जल्द ही खुले जंगल में आजार कर दिया जाऐगा।
सीसीएफ ने बताया कि बाघिन को बाहर निकालने के लिए बाड़े के दरवाजे खोल दिए गए थे। शाम साढ़े 5 बजे बाघिन बाड़े से बाहर निकलकर जंगल में चली गई। इस बाघिन को बांधवगढ से लाया गया था। तीन दशक बाद एक बार फिर मादा बाघ माधव नेशनल पार्क खुले में विचरण कर रही है।
इससे पहले 20 मार्च को सतपुड़ा से लाए गए बाघ को बाड़े से खुले में छोड़ा गया था। माधव नेशनल पार्क के सीसीएफ उत्तम शर्मा ने बताया कि अब सिर्फ पन्ना से लाई लगी बाघिन को बाड़े में रखा गया है। उसे भी जल्द बाड़े से छोड़ दिया जाएगा।
5 बाघों की मिली है स्वीकृति
बता दें कि माधव नेशनल पार्क को 5 बाघों को लाने की स्वीकृति मिली है, जिनमें से दो बाघ 10 मार्च को बाड़े छोड़े गए थे। 10 मार्च को बाघों की पहली खेप में एक मादा और एक नर बाघ को सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा छोड़ा गया था। इसके दो दिन बाद पन्ना से लाई गई बाघिन को बाड़े में छोड़ दिया गया था। बता दें कि एक नर को सतपुड़ा नेशनल पार्क से लाया गया था दो बाघिन को बांधवगढ़ सहित पन्ना टाइगर रिजर्व से लाया