शिवपुरी। मुख्यमंत्री द्वारा पेश की गई नई योजना लाड़ली बहना के लिए इन दिनों ई-केवायसी का कार्य चल रहा है। इसमें नगरीय प्रशासन के साथ राजस्व और अन्य विभागों के कर्मचारी भी जुटे हुए हैं। अब पटवारियों ने लाडली बहना योजना का काम करने से मना कर दिया है। विरोध के रूप में पटवारियों ने शुक्रवार को एकत्रित होकर मप्र पटवारी संघ के बैनर तले कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। पटवारियों का कहना है कि उनके पास पहले से ही काम का काफी दबाव है। ऐसे में लाडली बहना योजना का अतिरिक्त काम नहीं कर पाएंगे।
पटवारी संघ के जिला अध्यक्ष नरेंद्र जाटव ने कहा कि हम पटवारियों पर काम का पहले से बहुत अधिक दबाव है। पीएम किसान, सीएम किसान, फसल कटाई प्रयोग, आवास कार्यक्रम, आधार लिंकिंग, कृषि कृषि संगणना, स्वामित्व योजना का काम समय सीमा में पूरा करना है। अब ओलावृष्टि और फसल नुकसान की आपदा भी आ गई है। इसका सर्वे का काम भी पटवारियों को ही करना है। ऐसे में पहले से ही बहुत मानसिक दबाव है। ज्ञापन देने के लिए कलेक्ट्रेट में 50 से भी अधिक पटवारी पहुंचे। कलेक्टर ने जल्द ही इस समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है।
काम अधिक है और अमला कम
लाड़ली बहना योजना में संभावित हितग्राहियों की संख्या काफी अधिक है। महिलाओं को आय या अन्य शर्तों से संबंधित कोई प्रमाण पत्र नहीं देना है, बल्कि खुद का घोषणा पत्र देना है। ऐसे में बहुत बड़ी संख्या में हितग्राही आवेदन कर रहे हैं। कैंप लगाकर ई-केवायसी का काम भी किया जा रहा है। इसके चलते स्थिति यह है कि प्रशासन का अमला संख्या के आगे कम पड़ने लगा है। दूसरी और शासन से भी इसे लेकर सख्त निर्देश हैं और मानीटरिंग भी विभिन्न स्तर पर हो रही है।