शिवपुरी। शिवपुरी में आज 3 टाइगर आने वाले थे,लेकिन पन्ना नेशनल पार्क से शिवपुरी लाई जा रही लेडी टाइगर पन्ना के फॉरेस्ट विभाग को चकमा देकर लापता हो गई। 9 मार्च की सुबह से पन्ना नेशनल पार्क प्रबंधन उसे तलाश कर रहा था। देर रात तक उसकी लोकेशन ट्रेस नही हो सकी। यह खबर जैसे ही शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने प्रकाशित की उसके बाद शिवपुरी की सोशल मीडिया पर मीम्स बनने लगे है।
शिवपुरी की सोशल मीडिया पर लापता लेडी टाइगर को लेकर पोस्ट लिखी जा रही है। आमजन इसको लेकर कमेंट भी रोचक कर रहे है। एक पोस्ट पर लिखा गया कि लेडी टाइगर को पता है उसको पता है कि शिवपुरी में पानी की कमी है।
वही फेसबुक पर लापता टाइगर की पोस्ट पर एक मजेदार कमेंट रमेश चन्द्र शर्मा ने अन्य कमेंअ पर किया है कि आप समझदार हो गुरु, सौतन तो किसी को भी पसंद नहीं होती, और फिर ऊपर से वह शेरनी हो,,, वैसे अपने जीवन में देखा होगा कि सौतन के मामले में तो घरेलू महिला भी शेरनी बन जाती है।
अब बात अगर शेरनी की चल रही है तो शिवपुरी की लेडी पत्रकार पूनम पुरोहित भी कहां पीछे रहती,पूनम ने लिखा है कि अगर सिंधिया जी शिवपुरी में एक फैक्ट्री लाते तो शायद शिवपुरी के पब्लिक को बुलाने के लिए ड्यूटी नही लगानी पड़ती वह स्वयं अपने मन से आती।
वही शेरनी गुम होने की खबर पर शिवपुरी की एक और लेडी पत्रकार मणिका शर्मा शहर की बेरोजगारी पर सवाल उठाते हुए लिखा है कि शिवपुरी को मिली सौगात में लागत का कोई हिसाब नहीं। शेर आ गए देखो भैया चेहरे पर कोई नकाब नहीं हैं दो नेशनल हाईवे निकले यहाँ से, वहाँ रोजगार का कोई सवाल नहीं। उद्देश्य केवल है खाना पूर्ति क्यूंकि देता कोई जवाब नहीं।
इस कमेंट पर ऋषभ पडिंत ने कमेंट किया है कि मध्यप्रदेश में रोजगार की बात ही कौन करता है। सब सपने ऐसे दिखाते हैं जैसे जमीन पर नहीं स्वर्ग में रहने पहुंच गए हो। आज शिवपुरी को ऐसे ऐसे भाषण सुनने को मिलेंगे जैसे पूरे भारत में और कोई शहर ही नहीं बचा हो हम शिवपुरी के ऐसा करेंगे वैसे करेंगे और शिवपुरी से जाने के बाद हम जानते ही नहीं है शिवपुरी है भी कि नहीं।
झूठे वादे झूठे काम
दिलीप वर्मा ने पर्यटन को लेकर लिखा है कि शिवपुरी को पर्यटन नगरी बनाकर विकास समाप्त कर दिया है। कुल मिलाकर जहां शहर को नेताओं ने सीएम शिवराज और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित तमाम मंत्रियों के आगमन से शहर को होर्डिंग और बैनरों से पाट दिया है वही आम पब्लिक में कोई उत्साह नजर नही आया है बल्कि टाइगर के आने पर सवाल ही उठाए है शिवपुरी में टाइगर नही रोजगार चाहिए।