पोहरी। पंचायत में भ्रष्टाचार किस तरह किया जाता है इसका जीता जागता उदाहरण पोहरी की ग्राम पंचायत देवपुरा से मिल रहा है। गाम पंचायत के निर्माण कार्य के लिए खरीदे गए पानी के बिल चर्चा का विषय बन गए है। पंचायत में किए गए निर्माण कार्य में पानी के टैंकरों का भुगतान किया गया है,ओर इसके बिल भी लगाए गए है,भुगतान 1500 रुपए टैंकर का किया गया है।
पोहरी जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत देवपुरा में एक फर्म के बिल पर टैंकर का परिवहन ग्राम पंचायत देवपुरा में होना बताया गया है। जहां पर ग्राम देवपुरा में स्वच्छता अभियान के तहत स्वच्छता परिसर का निर्माण हुआ है और उस निर्माण में आने वाली सामग्री रेत, गिट्टी, सीमेंट इत्यादि पोहरी की एक फर्म से लेना हुआ दर्शाया गया है जिसका भुगतान भी लाखों में कर दिया गया है। लेकिन इसमें अजीब बात यह है कि पंचायत के जिम्मेदारों ने पांच किमी दूर स्थित बैराड़ के बजाए 30 किमी दूर पोहरी से पानी के टैंकर मंगवाए और महंगा भुगतान कर दिया। जो टैंकर बैराड़ में 500 रुपये और परिवहन के अधिकतम 1000 रुपये में मिल सकते थे उनके लिए 1500 रुपये तक का भुगतान किया।
यही स्थिति अन्य मटेरियल की खरीद पर भी सामने आई है। जबकि सरपंच से लेकर सचिव तक यह स्वीकार रहे हैं बैराड़ पास में है और सामान वहीं से आना चाहिए। इस मामले में जब देवपुरा के रोजगार सहायक भारत सिंह यादव से पूछा गया तो उनका कहना है कि बैराड़ में बहुत सारे पानी के टैंकर है और पंचायत में भी टैंकर है। मुझे पता ही नहीं है कि पोहरी से निर्माण सामग्री व पानी का टैंकर मंगाया गया है। ये पहले के सरपंच के बिल है। मेरा भाई अभी सरपंच बना है। अब जो वो लिख दे वो सही है।
आप मुझे इनके सभी बिल वाट्सअप कर दीजिए। मैं पोहरी जनपद सीईओ से अभी बात करके पूरे मामले की जांच करवा लेता हूं।
उमराव मरावी, जिला पंचायत सीईओ