Ex-Rey @ Lalit Mudgal - शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में 10 मार्च को मप्र के सीएम शिवराज सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2 टाइगर रिलीज किए है। इसमें एक मादा और एक नर है। इससे पूर्व 3 टाइगर पार्क में छोडे जाने का प्रोग्राम था लेकिन पन्ना वाली लेडी टाइगर को शायद यह सरकार द्वारा चुना गया पति पसंद नही आया,शायद उसे इस टाइगर की हिस्ट्री संज्ञान में मिल गई होगी कि यह टाइगर क्रिमिनल माइंडेड ओर घरेलू हिंसा कर सकता है,इसमें राजा जैसे लक्षण नही डॉन है,दहशत फैलाने में उसको मजा आता है। इस कारण पन्ना वाली लेडी टाइगर पन्ना के पार्क में फॉरेस्ट के अधिकारियों के रडार से गायब हो गई।
शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में जो बाघ का जोडा छोडा गया है उसमें लेडी टाइगर बांधवगढ़ से लाया गया हैं। वही जो टाइगर है वही सतपुड़ा टाइगर रिजर्व,होशंगाबाद से लाया गया है। इस टाइगर ने पिछले दिनों मौलाना आजाद नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में काफी दहशत फैलाई थी। उसके डर के कारण हॉस्टल खाली हो गए थे। उसे पकड़ना मुश्किल हो गया था। शिवपुरी में 354 वर्ग किलोमीटर के माधव नेशनल पार्क का अब यह राजा कहलाएगा। बीते रोज 10 मार्च 2023 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया,ने इसकी ताजपोशी कर दी है।
यह टाइगर- क्रिमिनल माइंडेड है, दहशत फैलाने में मजा आता है
शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में लाया गया यह टाइगर, दूसरे बाघों की तरह सामान्य नहीं है। इसकी उम्र 4 साल है। यानी पूरी तरह से वयस्क हो चुका है। यह शुरू से ही क्रिमिनल माइंडेड है। इसे दहशत फैलाने में मजा आता है। यह जानवरों के साथ-साथ अपनी टेरिटरी में आने वाले इंसानों को भी तंग करता है। इसके परिवार को बढ़ाने में मदद करने के लिए दो मादा बाघ पन्ना एवं बांधवगढ़ नेशनल पार्क से भेजी जा रही है,लेकिन पन्ना वाली लेडी टाइगर को यह सरकारी पति पसंद नही आया इस कारण वह रूठ कर जंगलों में छुप गई,हालांकि उसका रेस्क्यू कर लिया गया है वह घायल है ऐसा बताया जा रहा है।
राजा नहीं डॉन है, छापामारी में माहिर है
यह टाइगर जंगल का राजा नहीं बल्कि जंगल का डॉन है। छापामारी में माहिर है। अचानक हमला करता है और अपने शिकार को बचने का मौका तक नहीं देता। दहशत फैलाने के लिए अंधेरी रात में कुछ इस तरह से निकलता है कि, यदि कोई इंसान इसे देख ले तो दहशत के मारे कई दिनों तक कांपता रहेगा। मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान भोपाल में जितने भी लोगों ने रात के समय इसे देखा, कई रातों तक चैन से सो नहीं पाए।
भोपाल में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने इसे पकड़ने के लिए पिंजरे में बकरी को रखा था। यह इतना शातिर है कि, बकरी को चुरा ले गया और पिंजरा वैसा का वैसा रह गया। यह तभी फारेस्ट डिपार्टमेंट के पिंजरे में आया जब इसने पूरे कैंपस को घूम लिया और कैंपस से पसंद नहीं आया। कुल मिलाकर यह टाइगर शिवपुरी में किस प्रकार की एक्टिविटी करेगा देखना होगा।