ट्रक हेल्पर की संदिग्ध मौत- ड्राइवर बोला शौच के लिए गया था- खिड़की खोली और गिर गया था- kolaras News

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शिवपुरी।
कोलारस थानांतर्गत ग्राम पड़ोरा पर ओवर ब्रिज के पास एक ट्रक हेल्पर की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई। ट्रक ड्रायवर का कहना है कि वह शौच के लिए गया वापस आया और उसने ट्रक की खिडकी खोलते समय गिर गया था। वही परिजनों को कहना है कि उसे कोई बीमारी नहीं थी। वही इस मामले में अस्पताल प्रबंधन की बडी लापरवाही सामने आई है कि हैल्पर शव करीब छह घंटे तक ट्रामा सेंटर में खुले में पड़ा रहा।

जानकारी के अनुसार उप्र के ग्राम चमरौली आगरा निवासी इस्लाम पुत्र शमशेर उम्र 53 साल ट्रक पर हेल्पर का काम करता था। इसी क्रम में मंगलवार की रात वह अपने ट्रक चालक भूदेव सिंह के साथ ट्रक पर सवार होकर सब्जी भरने इंदौर के लिए रवाना हुआ था। ट्रक सुबह जब शिवपुरी पहुंचा तो ग्राम पड़ोरा के पास इस्लाम अचानक बेहोश हो गया। इस्लाम को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने इस्लाम के स्वजनों को फोन पर घटना की जानकारी दी, जिसके बाद वह दोपहर के समय शिवपुरी पहुंचे। इस्लाम के स्वजनों के शिवपुरी पहुँचने के उपरांत शव का पीएम करवा कर मर्ग कायम किया गय।

ट्रक चालक का कहना है कि सुबह करीब पांच बजे इस्लाम नित्य क्रिया से निवृत होने गया था। लौट कर वह ट्रक में चढ़ने के लिए खिड़की खोल रहा था, इसी दौरान अचानक वह नीचे गिर गया। ट्रक चालक के अनुसार ट्रक से कुछ गिरने की आवाज सुनकर वह उठा और बाहर आकर देखा तो इस्लाम जमीन पर पड़ा हुआ था।

उन्होंने पहले तो इस्लाम की मसाज आदि की और फिर उसे उपचार के लिए शिवपुरी अस्पताल लेकर आए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया इस्लाम के स्वजनों के अनुसार वह पूर्णतः स्वस्थ था। रात को जब वह गाड़ी पर रवाना हुआ तो उसे किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं थी। ऐसे में अचानक से उनकी मौत होना संदिग्ध प्रतीत हो रहा है।

अस्पताल में छह घंटे तक ट्रामा में पड़ी रही लाश इस पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही भी सामने आई है। इस्लाम का शव सुबह करीब 6 बजे जिला अस्पताल पहुंच गया था। डाक्टरों ने उसे परीक्षणोपरांत तत्काल मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उसका शव करीब छह घंटे तक ट्रामा सेंटर में खुले में पड़ा रहा। जिम्मेदारों ने शव को पीएम हाउस में रखवाने तक की जहमत नहीं उठाई। जब इस्लाम के स्वजन अस्पताल पहुंचे इसके बाद वह खुद शव को पीएम हाउस लेकर गए।