शिवपुरी। बीते 10 मार्च को प्रदेश के सीएम शिवराज और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में 2 टाइगर रिलीज किए थे। उसके बाद शिव और सिंधिया ने रोड शो कर पोलोग्राउंड में रोज लाडली बहना योजना और पर्यटन संवर्धन के तहत एक आमसभा का आयोजन किया गया था इस आमसभा में सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, गुना-शिवपुरी सांसद केपी यादव सहित मध्य प्रदेश सरकार के अन्य मंत्री सहित राज्य मंत्री एवं कई विधायक सम्मिलित हुए थे।
आयोजित इस सभा में मंच पर सबसे पहले शिवपुरी विधायक एवं खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को उद्बोधन के लिए बुलाया गया था। इसके बाद मंच के संचालन करने वाले ने प्रोटोकॉल को भूल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की जगह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा का नाम उद्धबोधन के लिए पुकार लिया प्रदेश अध्यक्ष भी मंच की ओर बढ़े लेकिन उद्बोधन शुरू होने से पहले केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय जनता पार्टी के मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा को रोक दिया और प्रोटोकॉल के तहत वह खुद मंच पर उद्बोधन देने लगे थे।
मंच पर हुआ यह वाक्य अब चर्चा का विषय बना हुआ है कई लोग इसे राजनीति की बड़ी घटना मान रहे हैं। लेकिन आपको बतादें कि कि भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष का पद पार्टी के लिए एक गरिमामय पद माना जाता है। यही वजह रही थी कि केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा की पद की गरिमा को मानते हुए प्रोटोकॉल के तहत उन्हें मंच पर उद्बोधन देने के लिए रोक दिया था। केंद्रीय मंत्री ने मोर्चा संभालते हुए पहले खुद उद्बोधन दिया इसके बाद प्रोटोकॉल के तहत प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा को बुलाया गया तदोपरांत सीएम शिवराज ने मंच को संभाला।