चिलावद गांव से लौटकर काजल सिंकरवार। शिवपुरी जिले के कोलारस अनुविभाग के तेंदुआ थाना की सीमा मे आने वाले गांव चिलावद गांव के कुशवाह परिवार के 7 लोगों की चंबल नदी में डूबने से मौत हो गई। 5 लोगों के शवों का रेस्क्यू कर लिया है और अभी 2 लोगों के शवों की तलाश जारी है। 14 मार्च को चिलावद गांव से कुशवाह समाज के 17 लोग राजस्थानी की प्रसिद्ध कैला देवी के दर्शन करने निकले थे। कोई मन्नत मांगने गया था और कोई मन्नत पूरी होने की खुशी में
शिवपुरी मुख्यालय से 35 किमी दूर शिवपुरी-कोटा फोरलेन पर तेंदुआ थाने के खरई गांव से 3 किमी दूर स्थित इस गांव में 150 परिवार कुशवाह समाज के निवास करते है। 14 मार्च के दिन इस गांव के काका बाबा के मिलाकर एक ही कुशवाह परिवार के 17 लोग कैला देवी के दर्शन करने निकले थे। परिजनों ने इन लोगों को फूल माला पहनाकर मंगल गीत गाते हुए उन्हें शुभ यात्रा के लिए विदा किया था पर किसी को क्या पता था कि यह यात्रा इनमें से 7 लोगों की अंतिम यात्रा साबित होगी।
18 मार्च का दिन सुबह 8 और साढे बजे के बीच मप्र और राजस्थान की सीमा पर स्थित चंबल नदी,मुरैना जिला के टेटरा थाना सीमा मे आने वाला रजौआ घाट पर इन सभी 17 लोगो ने इस नदी को पार करने का प्लान बनाया। इस यात्रा में शामिल चैउ कुशवाह ने बताया कि हमने वहां उपस्थित एक 30 वर्षीय व्यक्ति से पूछा कि पैदल इस नदी को पार कर सकते है क्या उसने बताया है कि 4 से 5 फुट गहरी है यहां पर चंबल नदी। आप लोग आसानी से इसे पार कर जाओगे।
हम सभी लोगो ने एक दूसरे का हाथ पकडकर इस नदी को पार करने का प्लान बनाया,जिससे हमने रास्ता पूछा था वह भी हमारे साथ नदी में उतर गया। देवकीनंदन ने 10 साल के लवकुश को अपने कंधे पर बैठा लिया था। सभी लोग एक दूसरे का हाथ पकड़कर गंगा मैया और चंबल मैया के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे। जैसे चंबल के बीच मझधार में पहुंचे तभी एक रेत का गड्ढा नदी में आ गया था, इसके बाद महिलाओं का संतुलन बिगड़ गया और हाथ छूटते ही परिवार के सात सदस्य बह गए।
शनिवार को चंबल से 2 शव उगले वही रविवार को 3 शव और मिल गए
शनिवार को देवकी नंदन कुशवाह और कल्लो कुशवाह पत्नी चैउ कुशवाह की लाश को रेस्क्यू कर लिया था वही रविवार को सुबह 8 बजे अलोपा पत्नी देवकीनंदन कुशवाह की बॉडी मिली। शाम 4.30 बजे रश्मि पत्नी सुनील कुशवाह का शव बरामद हुआ। शाम 6.30 बजे रुक्मणी पत्नी दीपक कुशवाह का शव भी रेस्क्यू टीम को मिल चुका था। दो लोगों की तलाश जारी है। अलोपा और रश्मि का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
ये गए थे यात्रा पर
देवकीनंदन उम्र 50 साल पिता हीरा कुशवाह, अलोपा उम्र 45 साल पति देवकीनंदन कुशवाह, दीपक उम्र 25 साल पिता देवकीनंदन कुशवाह, रुकमणी उम्र 20 साल पति दीपक कुशवाह, लव कुश उम्र 10 साल पिता थान सिंह कुशवाह उम्र 10 साल, संतरा उम्र 40 साल पति सेवक कुशवाह, सुनील उम्र 22 साल पिता सेवक कुशवाह, रश्मि उम्र 19 साल पति सुनील कुशवाह, चेंऊ उम्र 45 साल पिता ठकुरी कुशवाह, कल्लो उम्र 35 साल पति चेंऊ कुशवाह, बृजमोहन उम्र 20 साल पिता रामप्रकाश कुशवाह, धनीराम उम्र 25 साल पिता खेरा कुशवाह, राकेश उम्र 36 साल पिता मुरारी कुशवाह, संपत उम्र 32 साल पति राकेश कुशवाह, रामश्री उम्र 25 साल पति बचनलाल कुशवाह निवासीगण चिलावद, जानकी लाल पुत्र हल्के कुशवाह निवासी कोलारस, दीपक पुत्र अमर सिंह कुशवाह निवासी करमाजकला।
मौत के मुंह से लौटकर आए धनीराम कुशवाह ने बताया जब हम लोग पानी में बह रहे थे तो मेरा हाथ देा महिलाएं पकड़ी हुई थी,मै तैरना जानता था घबराया नही और मेरा हाथ पकड़ राजश्री भाभी थी में उनको धक्का देते हुए किनारे तक ले गया,वही हममे से एक महिला और थी अब ध्यान नही है वह कौन थी वह लगातार पानी से निकलने का प्रयास कर रही थी इसलिए मैने उसे धक्का देते हुए किनारे तक ले गया। मे और चैउ दोनो मप्र की सीमा में नदी को तैर कर निकले थे।
ये लोग डूबे नदी में
1. देवकीनंदन पुत्र हीरा कुशवाह 60 साल 2. धनीराम पुत्र हीरा कुशवाह 30 साल 3. रुकमणी पत्नी दीपक कुशवाह 4. लवकुश पुत्र धाम सिंह कुशवाह 5. कल्लो पत्नी श्याम कुशवाह 6. ब्रजमोहन पुत्र पप्पू कुशवाह 7. रश्मि पत्नी सुनील कुशवाह।