जिले के 150 गांव में पसरा अधेंरा, बिजली का बिल बकाया, विभाग ने उठवा लिए ट्रांसफार्मर- Shivpuri News

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शिवपुरी।
बिजली कंपनी ने जिले में बकाया बिल की वसूली न केवल तेज कर दी, बल्कि विद्युत ट्रांसफार्मर उठाकर गांव के गांव अंधेरे में कर दिए हैं। बिजली गुल होते ही छाए अंधेरे को दूर करने के लिए ग्रामीणों के पास कैरोसिन तक नहीं है, क्योकि खाद्य विभाग ने कैरोसिन महंगा होने की वजह से उसका उठाव ही छह माह पूर्व बंद कर दिया।

महत्वपूर्ण बात यह है कि बकायादार इस उम्मीद में रहे कि चुनावी वर्ष में बिजली बिल माफ हो जाएगा, तो वहीं बिजली कंपनी भी चुनावी घोषणाओं से पहले अपनी 457 करोड़ रुपए की बकाया बिल वसूली के लिए हर संभव प्रयास में जुट गई।

शिवपुरी जिले के शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के विद्युत ट्रांसफार्मरों पर करोड़ों रुपए की राशि बकाया है। बदरवास के ही 5 विद्युत सब स्टेशनों से दी जाने वाली 75 गांव की बिजली देने वाले ट्रांसफार्मरों पर 7 करोड़ रुपए का बिजली बिल बकाया हो गया। छह दिन पहले बिजली कंपनी ने पांचों विद्युत सब स्टेशन से बिजली की सप्लाई ठप कर दी गई।

जिसके चलते यह सभी गांव अंधेरे में डूब गए। वहीं शिवपुरी डीई ने भी अभी तक 60 ऐसे ट्रांसफार्मर उतरवा लिए, जिन पर लाखों रुपए का बिल बकाया है। ऐसे में शिवपुरी जिले में अभी तक लगभग डेढ़ सैकड़ा गांव अंधेरे में डूब चुके है। बिजली कंपनी की टीम वाहन लेकर गांव में जाती है और जिस ट्रांसफार्मर पर बकाया राशि अधिक होती है, उसे चालू रखने के संबंध में पहले स्थानीय लोगों से चर्चा करती है और यदि राशि जमा नहीं होती तो फिर वो ट्रांसफार्मर उठा लाते हैं।

केरोसिन भी मिलना हुआ बंद

बिजली सप्लाई ठप होने से घरों में छाए अंधेरे को दूर करने के लिए पहले गरीब परिवार अपने घर में कैरोसिन भरकर लालटेन अथवा चिमनी जला लिया करते थे। लेकिन पिछले छह माह से राशन की दुकानों पर कैरोसिन आना ही बंद हो गया, क्योकि रेट अधिक होने से फूड विभाग ने उसका उठाव बंद कर दिया। ऐसे में घरों में छाए अंधेरे को दूर करने के लिए अब गरीबों के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है, क्योंकि सरसों का तेल भी महंगा है