शिवपुरी। बैराड़ में निवास करने वाले भूरा बाथम की मौत शहर के सिद्धि विनायक अस्पताल में 15 फरवरी की देर रात हो गई। भूरा की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया,परिजनों का कहना था कि अस्पताल के डॉक्टर रहीस खान ने 3 लाख रुपए लेने के ऐवज में मरीज को स्वस्थ करने की गारंटी ली थी,हमारे डेढ़ लाख रुपए खर्च हो गए और मरीज भी खत्म हो गया।
परिजनों का कहना है कि भूरा की मौत दवा की ओवरडोज के कारण हुई है। उधर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि डॉ रहीस खान हमारे यहां काम नही करते। परिजनों का कहना है कि अगर काम नही करते तो प्रशासन अस्पताल में लगे कैमरे को चेक करे।
पहले समझे मामला
भूरा पुत्र मोहनलाल बाथम की बहन किरण बाथम ने जानकारी देते हुए बताया कि 2 फरवरी को उसका भाई भूरा बाथम अपने दोस्त अर्जुन बाथम की बेटी की बर्थडे पार्टी में गया था। जहां उसे शराब पिलाई गई और इसी दौरान पूर्व में चली आ रही रंजिश के चलते विनोद बाथम और उसके भांजे विक्की बाथम ने उसे गर्म तेल की कढ़ाई में धक्का दे दिया था। जिससे उसका पूरा शरीर झुलस गया। इसके बाद उनके परिवार को जानकारी दिए बिना भूरा के शरीर पर वहां लोगों ने मिट्टी और पानी डालकर उसे इलाज के लिए बैराड़ अस्पताल लेकर आए। जहां से उसे शिवपुरी रैफर कर दिया। लेकिन वहां उसे आराम नहीं मिला तो वह भूरा को लेकर राजेन्द्र शर्मा के सिद्धि विनायक अस्पताल में लेकर पहुंचे।
गारंटी के बाद भी हुई भाई की मौत,दवा का ओवरडोज
किरण बाथम ने बताया कि शिवपुरी शहर के सिद्धी विनायक अस्पताल में उपस्थित डॉ. खान ने उसके ठीक होने की गारंटी दी और कहा कि उसके इलाज में 3 लाख रुपए का खर्चा होगा। जिसमें से लगभग डेढ़ लाख रुपए अस्पताल ने जमा करा लिए और उसकी हालत में भी सुधार होने लगा लेकिन कल बुधवार की दोपहर डॉ. खान ने कुछ दवाईयां लगभग 15-20 ढक्कन सिरप पिलाया।
जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद डॉ. खान ने उसके हाथ पैर बांध दिए और उसे ऑक्सीजन देने की बात कहकर एक कमरे में ले गए और फिर परिवारजनों से मिलने नहीं दिया। रात करीब 8 बजे उन्हें बताया गया कि भूरा की मौत हो गई है और उसकी लाश लेने के लिए शेष रुपए जमा करा दें।
लाश रिलीज करने के लिए मांगा गया पैसा
अस्पताल से भूरा की लाश को रिलीज नहीं मिली तो परिजन आक्रोशित हो गए और उन्होंने अस्पताल में हंगामा मचाना शुरू कर दिया। परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर और उनके स्टाफ ने ओवर डोज दे दिया। जिस कारण भूरा की मौत हो गई। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर आ गई और अस्पताल से लाश लेकर उसे पीएम हाउस में रखवा दिया था। आज दोपहर भूरा की लाश का पीएम कराकर परिजनों को सौंप दिया।
यह कहना है कि अस्पताल के डायरेक्टर राजेन्द्र शर्मा का
सिद्धि विनायक अस्पताल के डायरेक्टर राजेंद्र शर्मा का कहना है कि मृतक भूरा बाथम के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप निराधार और बेबुनियाद हैं। उन्होंने डॉ. खान पर ओवर डोज देने का आरोप लगाया है जबकि डॉक्टर खान अस्पताल में बैठते ही नहीं है। मृतक भूरा बाथम 60 प्रतिशत जले हुए थे और उनकी हालत नाजुक थी। उन्हें डॉ. पीडी गुप्ता सहित अन्य डॉक्टरों ने देखा था। 3 लाख रुपए लिए जाने का आरोप भी गलत है, जो भी पैसे लिए गए होंगे उसकी रसीद उनके पास होगी। मेरे हिसाब से तो 30 हजार रुपए भी नहीं दिए गए। बर्न केस में कोई गारंटी नहीं दी जाती है।
इधर भूरा के पजिरनो का कहना है कि अगर डॉ रहीस खान ने इलाज नही किया है तो अस्पताल प्रबंधन के कैमरे की जांच प्रशासन करा ले। कैमरो में एक डा रहीस खान इलाज करते और मरीजों को देखते हुए और घूमते हुए नजर आ जाऐगा।
इलाज करने की पात्रता नही है डॉ रहीस खान को
बताया जा रहा है कि डॉ रहीस खान एमबीबीएस डिग्री धारी डॉक्टर नही है,रहीस खान की पर कोई यूनानी डिग्री है। डॉ रहीस खान सिद्धी विनायक हॉस्पिटल में हुए भ्रूण हत्या काण्ड में आरोपी है ओर जेल भी जा चुका है। वर्तमान में जमानत पर बहार है।
इनका कहना है।
अगर मरीज के परिजनों का कहना है कि अस्पताल में लगे कैमरे चेक कराए जाए,तो जांच टीम जाएगी तो कैमरे चेक कराए जाएंगे,फिर देखा जाएगा कि किस डॉक्टर ने मरीज का इलाज किया है। जांच में जो भी आएगा उचित कार्रवाई की जाऐगी।
रविन्द्र कुमार चौधरी,कलेक्टर शिवपुरी