शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका चुनाव के समय से चल रही राजनीति लंबी खींचती नजर आ रही है। सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास की सोशल मीडिया की पोस्ट से फिर मामला गर्म हो गया। रामजी व्यास ने इस पोस्ट में दार्शनिक शब्दो का उपयोग किया है। मामला नगर पालिका उपाध्यक्ष का नाम भूमिपूजन की शिला पट्टिका से नाम का अपहरण होने का सामने आया है। इस पोस्ट में उपाध्यक्ष के नाम का अपहरण करने की सजा स्वास्थ्य अधिकारी को देने की बात कर रहे।
इस पूरे प्रकरण से यह सिद्ध होता है कि यह भूल नही हो सकती है। यह एक सुनियोजित साजिश है नपा उपाध्यक्ष को अपमानित करने की। नगर पालिका के भूमि पूजन में लगी शिला पट्टिकाओ में अभी तक उपाध्यक्ष का नाम अंकित होता था। चाहे वह दूसरे दल का भी हो,लेकिन यह एक ही दल वह भी निर्विरोध चुने गए उपाध्यक्ष के साथ ऐसा किया जा रहा हैं,यह भाजपा की सुचिता की राजनीति नही हो सकती है।
यहां हुआ भूमि पूजन
शिवपुरी शहर के वार्ड 13 मनियर में धर्मेंद्र शर्मा वाली गली में 14.13 लाख रु. लागत से पैवर्स ब्लॉक कार्य का भूमिपूजन हुआ है। शिला पट्टिका में खेल मंत्री यशोधरा राजे से लेकर सांसद केपी यादव, नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा, स्थानीय पार्षद मीना शाक्य व सीएमओ केएस सागर और नपा के कार्यपालन यंत्री मनोहर लाल बागड़ी के नाम का उल्लेख है लेकिन नपा उपाध्यक्ष सरोज व्यास का नाम गायब है। शिला पट्टिका के साथ उपाध्यक्ष के पति (सांसद प्रतिनिधि) रामजी व्यास ने सोशल मीडिया पर रविवार-सोमवार की रात पोस्ट डाली जिसमें पीएम, सीएम, केंद्रीय मंत्री का उल्लेख करते हुए अपनी पीड़ा बयां कर सीएमओ व स्वास्थ्य अधिकारी को निलंबित करने का उल्लेख किया है।
सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा- परिणाम मृत्यु तुल्य कष्ट, यही नियति मान ली
सांसद प्रतिनिधि ने भेदभाव को लेकर लिखा है कि गुना क्या..., फिर राजमाता, माधवराव सिंधिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मार्गदर्शन के रूप में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन के मुखिया हितानंद शर्मा का नाम लिखकर सवाल पूछा है कि “आप सबका आदेश, विचारधारा का आदेश माना, किंतु मुझे प्रतिदिन मेरी पत्नी सहित अपमानित, प्रताड़ित और परेशान किया जा रहा है।' आगे लिखा है कि "कारण सिर्फ नेतृत्व का आदेश मानना, पद का त्याग करना, परिणाम मृत्यु तुल्य कष्ट यही नियति मान ली, आगे की नियति मनुष्य के हाथ में नहीं है। प्रभु के हाथ है।'
सांसद प्रतिनिधि व्यास पर दो और पत्नी पर एक केस दर्ज
निकाय चुनाव परिणाम के बाद अध्यक्ष पद की दावेदारी जताने पर सरोज व्यास अचानक चर्चा में आ गईं। काफी जद्दोजहद के बाद गायत्री शर्मा को निर्विरोध अध्यक्ष तो सरोज व्यास को उपाध्यक्ष बनाया गया। परिषद के पहले ही सम्मेलन में पति रामजी व्यास बतौर सांसद प्रतिनिधि बैठक में शामिल रहे। रामजी व्यास पर पहले आईटी एक्ट, फिर पत्नी सहित अवैध कॉलोनी काटने पर अपराध पंजीबद्ध हो गया। हालांकि हाईकोर्ट ने एफआईआर पर स्टे दिया है।
CMO व स्वास्थ्य अधिकारी को निलंबित करने की मांग
राम जी व्यास ने लिखा है कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री ने अनेक बार कहा है कि महिलाओं का सम्मान उनके हितों की रक्षा करना, उनकी बात का अनुसरण करते हुए सीएमओ शिवपुरी सगर को शीघ्र ही निलंबित करें। यदि प्रधानमंत्री के लाल किले से दिए भाषण, मुख्यमंत्री की बात का सम्मान हो तो सीएमओ को महिला उपाध्यक्ष सरोज रामजी व्यास का अपमान करने के लिए विकास कार्यों की प्लेट पर उपाध्यक्ष का नाम क्यों नहीं लिखा गया। क्या पूर्व में भी नहीं लिखा जाता था या लिखा जाता था ? सीएमओ शिवपुरी स्वास्थ्य अधिकारी और योगेश शर्मा को शीघ्र निलंबित किया जाए।
पता नही कैसे हट गया
नगर पालिका उपाध्यक्ष का नाम शिला पट्टिका कर अंकित करवाने के लिए हमारी ओर से तो गया था,लेकिन कैसे हट गया,हमारी ओर से नपा उपाध्यक्ष के साथ भेदभाव नही किया जा रहा है।
केशव सिंह सगर,नगर पालिका सीएमओ शिवपुरी