शिवपुरी। डबरा निवासी मोहिनी(परिवर्तित नाम) का विवाह तहसील करैरा निवासी देवेंद्र से पांच वर्ष पूर्व हुआ था। दोनों के मध्य पारिवारिक समन्वय के कारण विवाद इतना बढ गया कि दोनो दो वर्षो से एक दूसरे से अलग रहकर न्यायालय की शरण लेना पडी और न्यायालय प्रदीप कुशवाह प्रथम जिला न्यायाधीश के समक्ष तलाक का दावा दायर किया। जिसका न्यायाधीश प्रदीप कुशवाह के अथक प्रयास से एवं अभिभाषक गण की लगातार काउंसलिंग से पति पत्नी ने विवाद का अंतिम निराकरण किया।
न्यायालय परिसर करैरा में आज बुधवार को नेशनल लोक अदालत का सादे समारोह में शुभारंभ किया गया। अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति एवं जिला न्यायाधीश डी.एल.सोनिया ने मां सरस्वती पर माल्यार्पण कर विवाद विहीन विश्व की कामना के जनक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन कर लोक अदालत के मंच को विवाद के अंतिम समाधान का केन्द्र बताया।
लोक अदालत के आयोजन पर सामाजिक कार्यकर्ता घनश्याम योगी ने सरस्वती वंदना का गायन कर वातावरण को सुमधुर बनाया। न्यायालय करैरा में कुल 06 खंडपीठ गठित की गई जिसमें 04 खण्डपीठ व्यवहार न्यायाधीश न्यायालयों की एवं 02 खण्डपीठ जिला न्यायाधीश की होकर उक्त खंडपीठों में कुल 1306 प्रकरण रैफर कर रखे गये। जिसमे से 229 प्रकरण निराकृत हुए। विधुत प्रकरणो के लिये पृथक से खंडपीठ गठित कर उक्त खंडपीठ में 96 प्रकरण धारा 135 लिटिगेशन में एवं प्रिलिटिगेशन के 104 प्रकरणों निराकृत होकर 26 लाख 10 हजार राशि की वसूली विशेष न्यायाधीश डी.एल.सोनिया द्वारा कराई गई।
बैंक के प्रिलिटिगेशन प्रकरणों में कुल 15 प्रकरण निराकृत किए जाकर 13 लाख 10 हजार रुपए की वसूली की गई।नगर परिषद करेरा के प्रिलिटिगेटिशन के 06 प्रकरण राशि 24980 रुपए जलकर में एवं समेकित कर के 02 प्रकरणों में 11912 रुपए की वसूली की गई। न्यायाधीश प्रदीप कुशवाह, महेश कुमार वर्मा, श्रीकृष्ण बुखारिया, श्रीमति कमला गौतम, सुश्री मोनिका यादव की खंडपीठ में प्रकरणों का निराकरण किया गया।