शिवपुरी। महिला बाल विकास विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की नियुक्ति में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। ऐसा ही एक मामला पोहरी अनुविभाग से जुडा है जहां एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति को लेकर पोहरी के महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी से साढे तीन लाख रुपए लिए फिर भी उनकी नियुक्ति नही हुई। अब कार्यकर्ता की अभ्यर्थी अपने पैसे वापस मांग रही है।
पूजा शाक्य पुत्री श्री शिवलाल शाक्य निवासी ग्राम व पोस्ट मारौरा अहीर ने कलेक्टर शिवपुरी को एक आवेदन सौंपा है। इस आवेदन के अनुसार परियोजना अधिकारी,महिला एवं बाल विकास परियोजना पोहरी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रिक्त पद हेतु विज्ञापन जारी दिनांक 11 जनवरी 2023 को जारी सूची में मुझ प्रार्थीया को पात्र होने के बाद भी अपात्र की नियुक्ति कर दी।
पूजा शाक्य का कहना था कि मेरे द्वारा अंकसूची एवं जाति प्रमाणपत्र की छायाप्रति संलग्न की गयी थी इस प्रकार मुझ प्रार्थी के कुल अंक 62.5 होते है। जबकि मेरे साथ धोखाधड़ी कर कृपा प्रजापति को प्रथम स्थान पर नाम जारी कर दिया गया। जो कि गलत होकर अवैधानिक है इसलिए उक्त रिक्त पद पर प्रथम स्थान पर आयी कृपा प्रजापति के विरूद्ध आपत्ति आवेदन पत्र स्वीकार कर मुझ प्रार्थी को प्रथम स्थान पर रखा जाकर मुझ प्रार्थी को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद हेतु नियुक्ति प्रदान किया जाना न्यायोचित है।
शिवपुरी समाचार को बताया कि साढ़े तीन लाख रुपए लिए है
पूजा शाक्य ने बताया कि मेरी नियुक्ति को लेकर पोहरी के परियोजना अधिकारी नीरज गुर्जर ने साढे तीन लाख रुपए रिश्वत के रूप में लिए है। जब मेरी नियुक्ति नही हुई तो पैसे वापस मांगे तो वह टालने लगे। पूजा ने बताया कि मेरे पिताजी का जयपुर में ऑपरेशन होना था जब मेरी मां ने नीरज गुर्जर को फोन लगाया तो कहा कि में अभी भाजपा की विकास यात्रा में बिजी हूं,बाद में आकर मिलना। आवेदक के पास इस बातचीत की रिकॉर्डिंग भी है। कुल मिलाकर पोहरी अनुविभाग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की नियुक्ति में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है।
जब इस मामले में जब परियोजना अधिकारी पोहरी नीरज गुर्जर को फोन लगाया तो उन्होंने विकास यात्रा में बिजी हूं कहते हुूए फोन काट दिया।