शिवपुरी। शिवपुरी जिले को पुलिस आज बड़ी सफलता प्राप्त हुई हैं जिले के पडोसी जिले गुना से लगभग 80 दिन पूर्व चोरी हुई प्रतिमाए बरामद कर ली है,इस चोरी के मामले में शिवपुरी पुलिस ने एक चोर को भी गिरफ्तार किया है। यह प्रतिमाए ऐतिहासिक महत्व की थी और खुदाई में मिली थी। इन प्रतिमाओं की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में आधा करोड़ बताई जा रही हैं।
जानकारी के अनुसार गुना जिले के जामनेर थाने के बूढी वरसत मंदिर धर्मशाला से 08 नवम्बर की रात्रि को पत्थर की बनी दो प्राचीन मूर्ति चोरी की गई थी। उक्त चोरी हुई मूर्ति आरोपी रामहेत यादव पुत्र रामचरण यादव निवासी सूड थाना सिरसौद जिला शिवपुरी एवं सिरनाम रावत पुत्र रमेश रावत निवासी गिरवानी थाना गोवर्धन जिला शिवपुरी का बेचने की फिराक में ले जा रहे है।
इस सूचना पर पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चन्देल ने घटना को गम्भीरता से लेते हुए थाना प्रभारी कोतवाली अमित सिंह भदौरिया को पुलिस टीम बनाकर चोरी गई मूर्ति को बरामद करने हेतु आदेश दिया गया।
इस पर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण भूरिया एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अनुभाग शिवपुरी अजय भार्गव के मार्गदर्शन मे कोतवाली थाना प्रभारी अमित सिंह भदौरिया के उप निरीक्षक अरविंद छारी, अमृतलाल आविद खांन,नरेश यादव,कुलदीप शर्मा,अजीत राजावत,भूपेन्द्र यादव,टिंकू सिंह की टीम ने आरोपी रामहेत के कब्जे से झिरने वाले मंदिर के पीछे सूड नदी से पत्थर की बनी प्राचीन विष्णु भगवान की मूर्ति जब्त की एवं आरोपी सिरनाम रावत मौके से मूर्ति फेंक कर भाग गया।
सिरनाम द्वारा फेंकी गई पत्थर की प्राचीन गणेश जी की मूर्ति जब्त की गई। दोनों प्राचीन मूर्तियों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब आधा करोड़ रुपये है। मुर्ति बरामद करने वाली इस टीम को पुलिस अधीक्षक ने अपनी ओर से 5 हजार रुपए इनाम देने की बात कही है।
खुदाई में मिली थी यह प्राचीन मुर्तिया,बाजार रहा बंद
बूढ़ी बरसत गांव के हनुमान मंदिर स्थित बावड़ी की फरवरी में खुदाई का कार्य चल रहा था। इस खुदाई के दौरान भगवान विष्णु की प्रतिमा निकली थी, जो काफी प्राचीन है। शेष शैय्या पर श्री विष्णु विराजमान नाभि से निकले कमल के फूल पर ब्रह्मा जी विराजमान हैं। चरणों में माता लक्ष्मी चरण दबा रही हैं। इसके अलावा भगवान शिव.पार्वती और श्री गणेश की मूर्ति शामिल थीं।
9 नवंबर मंगलवार की मध्य रात्रि श्री विष्णु.लक्ष्मी मां और श्रीगणेश की प्रतिमा चोरी हो गई। जब सुबह पुजारी मंदिर पहुंचे,तब मूर्ति चोरी का पता चला। गांव में भी मूर्ति चोरी की खबर फैल गई। देखते ही देखते मंदिर पर ग्रामीण जुटने लगे। घटना के विरोध में बाजार भी बंद कर दिया।