शिवपुरी। मप्र सरकार ने गरीबो को तत्कला उपचार के लिए 108 एंबुलेंस मप्र की सड़कों उतारी थी,जिससे ग्रामीण क्षेत्रों को तत्काल उपचार के लिए परेशान न होना पडे ओर सरकारी अस्पतालों में पहुंच सके और उनका पैसा भी खर्च ना हो,लेकिन शिवपुरी की 108 जर्नी अब डर्टी होने लगी है,शिवपुरी में लगातार 108 एंबुलेंस की डर्टी जर्नी की खबरें आ रही है।
कुछ दिन पूर्व शिवपुरी के जिला अस्पताल में एक प्रसूता को हांड कंपा देने वाली ठंड में इसलिए अस्पताल परिसर में छोड गया था कि उसने 108 के चालक को पैसा नहीं दिया था। 108 के चालक ने परिजनों सहित जच्चा बच्चा को कडकडाती ठंड में एंबुलेंस से उतार दिया। यह घटनाक्रम मीडिया की सुर्खियां बना थां
अब 108 के एंबुलेंस की एक डर्टी जर्नी की एक वीडियो वायरल हो रही हैं। वायरल आडियो के शब्द साफ साफ बता रहे है कि गंदा है पर धंधा है। पहले समझते है वायरल आॅडियो वाला मामला क्या है। इस वायरल आडियो में नईम खान मेडिकल कॉलेज संचालित होने वाली प्राइवेट एंबुलेंस दिलीप के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है। इस वायरल ऑडियो में सरकारी एंबुलेंस का चालक नईम खान प्राइवेट एंबुलेंस के चालक दिलीप को फोन लगाया और कहा कि तुम एक मरीज को झांसी ले जा रहे हो,तुम इसे 108 में शिफ्ट कर दो मेँ तुम्है खडे खडे के 1 हजार रुपए दूंगा
गंदा है पर धंधा है, मरीज तक बेचा जा रहा है
मेडिकल कॉलेज से रेफर एक हार्ट पेशेंट के परिजनों ने एक प्राइवेट एंबुलेंस चालक से पेंसेट को झांसी ले जाने तक की बात की। बातचीत 4500 रुपए में तय हो गई और बस मरीज को शिफ्ट करना था। इतने में ही प्राइवेट एंबुलेंस के चालक दिपीप के पास 108 के एक चालक जिसका नाम नईम खान बताया जा रहा है उसका फोन आता है। कि दिपीप तुम अपनी गाडी मत भिजवाओं इस मरीज को हम अपनी सरकारी गाडी से भिजवा देते है। इसके एवज में तुम्हें यहां बैठे बैठे एक हजार रुपये मिल जाएंगे। मरीज प्राइवेट अस्पताल में गया तो वहाँ से अलग व्यवस्था हो जाएगी। बिना जाए ही यहाँ पर एक हजार इस पार्टी से बात कर लो।
एम्बुलेंस का संचालक दिलीप 108 एंबुलेंस के चालक से यह पूछता है कि झांसी तो उम्र में आप सरकारी एंबुलेंस की लोकेशन कैसे डालें? जिस पर उसने कहा कि वह सब मैनेज कर लेगा। इसके साथ ही युवक यह भी पूछता है कि पेशेंट हार्ड का है वह ऑक्सीजन पर है। जिस पर से वह कहता है कि वह मैसेज कर लेगा।
कौन है नइम खान
अब सवाल उठता है कि नईम खान कौन है सिर्फ चालक है सरकारी 108 एंबुलेंस का। जानने के लिए समझना शुरू किया तो शिवपुरी में संचालित 108 एंबुलेंस की डर्टी जर्नी और गंदा है पर धंधा को खेल क्लीयर होना शुरू हो गया। शिवपुरी जिले में भरत शर्मा की 9 एंबुलेंस 108 के लिए ठेके पर चलती है,जिसकी देख रेख सोहेब खान करता है और नईम खान, सोहेब खान के भाई बताए जा रहे है।
शिवपुरी में शुद्ध मरीजों को प्राइवेट अस्पताल में रेफर करने के लिए खुले आम कमीशन वसूला जा रहा है। बताया जा रहा है कि जैसे ही शिवपुरी के किसी सरकारी अस्पताल से ग्वालियर के लिए मरीज को रेफर किया जाता है तो उसे रास्ते में प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करने के लिए कन्वेंशन किया जाता है और अगर एंबुलेंस का पायलट इसमें सफल हो जाता है तो मरीज लूट जाता है और चालक मालामाल हो जाता है।
इनका कहना हैं
ड्रायवर शराब पीते है और मुर्गा खाते है इस तरह से शराब और मुर्गा पार्टी व्यवस्था करते रहते है। इतनी सी बात है इसमें ज्यादा कुछ भी नहीं है।
नईम खान, 108 एम्बुलेंस चालक
इनका कहना है
मेरी एक गाडी चलती है जिस नइम खान की बात की जा रही है उसे 4 माह पूर्व मैंने हटा दिया था।
भरत शर्मा