शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका में आज परिषद की बैठक आयोजित की गई थीं यह बैठक मात्र 45 मिनट तक ही चली इसके बाद नपाध्यक्ष 45 मिनिट में बैठक से उठकर चली गई। नेता प्रतिपक्ष का कहना था कि विवादित बिंदु पर चर्चा से पहले ही अध्यक्ष महोदय उठकर चली गई इसका हम विरोध करते है। परिषद में रखा गया 6वां बिदु जो रखा गया था अगर उसको मानले तो परिषद की बैठक का क्या मतलब है। हम विरोध दर्ज कराने के लिए सीएमओ साहब का इंतजार कर रहे है।
जैसा कि विदित है कि आज नगर पालिका शिवपुरी में परिषद का सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में 6 बिंदु रखे गए थे। अंतिम बिंदु में लिखा गया था कि अध्यक्ष महोदय से अन्य प्रकरण रखे जाने हेतु विचारार्थ यह कौन से प्रकार थे यह किसी को जानकारी नही है। इस बिंदु पर परिषद की बैठक होने से पहले ही आपत्ति दर्ज करा दी थी,जब यह बिंदु चर्चा के लिए आया तो उससे पहले ही शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा सम्मेलन से उठकर चली गई।
परिषद में रखे सभी पांच बिंदुओं को तुरंत पारित कर दिया गया। जबकि छठे बिंदू में अध्यक्ष की अनुमति से अन्य प्रकरण रखे जाने का जिक्र है। इसके विषय में कोई चर्चा नहीं हुई और पांच बिंदू पारित होने के बाद बैठक समाप्त कर दी गई। बैठक पहले 11 बजे आहूत की गई थी। फिर इसका समय बढ़ाकर 12 बजे किया गया और 1 घंटे के बाद परिषद की बैठक का समापन हो गया। अचानक समापन का विरोध नपा उपाध्यक्ष सरोज व्यास और उनके सांसद प्रतिनिधि पति रामजी व्यास ने किया। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई तथा बैठक में से अध्यक्ष गायत्री शर्मा, सीएमओ केशव सिंह सगर और पार्षद उठकर चले गए।
पार्षदों ने कहा प्रोसिडिंग तत्काल लिखो लेकिन गायब हो गए CMO
कांग्रेसी पार्षदों ने एक सुर में कहना था कि हमेशा परिषद की प्रोसिडिंग बाद में लिखी जाती है सामने नही,आज भी ऐसा हुआ है प्रोसिडिंग नही लिखी गई। सीएमओ सागर साहब नगर पालिका से गायब हो गए।
कानून को ताक पर रखकर हो रहा है नपा का संचालन : रामजी व्यास
सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास ने बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि नगर पालिका का संचालन कानून को ताक पर रखकर किया जा रहा है। पारदर्शिता से काम नहीं हो रहा है। परिषद की बैठक में पार्षदों यहां तक कि नपा उपाध्यक्ष को भी बोलने का मौका नहीं दिया जाता। माइक बंद कर दिया जाता है। आप बताएं क्या विकास की बात करना गलत है। कानून और प्रक्रिया के तहत नगर पालिका का संचालन हो, सबका सहयोग लें। निजी हित की हम बात करें तो न मानें।
सभी 39 वार्डों में एकसाथ विकास कार्य हों। उन्होंने सीएमओ पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने बैठक की प्रोसिडिंग नहीं लिखी। ऐसी आशंका है कि बाद में लिखी जाएगी। ऐसा होगा तो मैं उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराऊंगा और उनके निलंबन की मांग करूंगा। जब उनसे अवैध कॉलोनी काटने में आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की चर्चा की तो उन्होंने इसे कृपा प्रसाद बताया और कहा कि जब व्यक्ति जनहित के लिए लड़ता है तो उस पर ऐसे हमले होते हैं।
मैं घर से बाहर नहीं निकलती, लेकिन मुझ पर मामला दर्ज हो गया : नपा उपाध्यक्ष
नपा उपाध्यक्ष श्रीमती रामजी व्यास ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मैं पारम्परिक महिला हूं और घर से बाहर भी नहीं निकलती। लेकिन मुझ पर आपराधिक प्रकरण कायम हो गया। उन्होंने कहा कि नगर पालिका उपाध्यक्ष पद रखा ही क्यों है। क्यों नहीं इसे समाप्त कर दिया जाता। नपा उपाध्यक्ष होने के बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं है।
वे अपने मोहल्ले की नाली भी नहीं बनवा पा रहीं। उन्होंने कहा कि नगर पालिका के गलत कामों के बारे में महाराज साहब को नहीं मालूम, उन्हें वस्तु स्थिति से अवगत नहीं कराया जाता। उन्होंने कहा था कि प्रत्येक पार्षद अपने वार्ड में अपने आप को अध्यक्ष माने। लेकिन जब उनकी ही सुनवाई नहीं हो रही तो और पार्षदों का क्या हाल होगा, यह समझा जा सकता है।