शिवपुरी। देश की शिक्षा नगरी के रूप में मशहूर राजस्थान का कोटा शहर अब स्टूडेंट की मौत के रूप में भी अपना नाम दर्ज करा रहा हैं। शिवपुरी शहर के मनियर बाईपास पर रहने वाले प्रणव शर्मा की मौत कोटा के हॉस्टल में हुई हैं। प्रणव वर्मा पिछले 2 साल से कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। प्रणव पढने में काफी आगे था उसके 10वीं क्लास में 95 प्रतिशत से अधिक अंक आए थे। प्रणव 25 दिसंबर को घर आने वाला था। प्रणव की मौत जहर के कारण हुइ्र है।
जानकारी के अनुसार प्रणव वर्मा उम्र 17 साल पुत्र एडवोकेट ब्रजेश धाकड निवास मनियर टोल टैक्स के पास,प्रणव पिछले 2 से कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। प्रणव वर्मा 25 जनवरी को वापस शिवपुरी आने वाला था,लेकिन अब उसकी लाश शिवपुरी आई हैें। प्रणव कोटा के कुल्हाडी लैंडमार्क सिटी स्थित एक हॉस्टल में रहता था। रविवार की रात प्रणव हॉस्टल की गैलरी में बेहोश मिला था,हॉस्टल प्रबंधन उसे हॉस्पिटल ले गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
प्रणव ने रात 1 बजे रूम से बहार निकला और गैलरी में बेसुध हुआ
हॉस्टल में लगे कैमरे में कैद वीडियो के अनुसार प्रणव रविवार की रात 1 बजे अपने कमरे में से बाहर निकला और गैलरी में आकर बेहोश हुआ हैं। रात लगभग 1.30 एक अन्य स्टूडेंट कमरे से बहार आया था उसने प्रणव का बेहोश देखा और हॉस्टल वार्डन को इसकी सूचना दी, हॉस्टल प्रबंधन उसे अस्पताल लेकर गया जहां रात 2 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
रात 2 बजे परिजनों को फोन पर सूचना: 3 पैकेट मिले कमरे से
बताया जा रहा है कि हॉस्टल प्रबंधन ने रात 2 बजे प्रणव के पिता को इस मामले की जानकारी दी थी। 3 बजे रात प्रणव के परिजन कोटा के लिए निकले और सुबह 6 बजे कोटा पहुंचे हैं। सूत्रों के अनुसार प्रणव के कमरे से 3 पैकेट जहर के मिले थे और तीनो ही खाली थे,प्रणव की मौत के बाद शहर में ऐसे पेरेंट्स की दिल की धड़कन तेज हो गइ्र है जिनके बच्चे कोटा में रहकर कॉम्पिटिशनकी तैयारी कर रहे हैं।
कॉम्पीटीशन के प्रेशर में गई प्रणव की जान
प्रणव वर्मा शिवपुरी के सेंट चार्ल्स स्कूल का स्टूडेंट था और वह पढने में काफी तेज था उसके 10वीं क्लास में 95 प्रतिशत से अधिक नंबर आए थे। इस साल वह 12वीं का स्टूडेंट था और पिछले 2 साल से कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। प्रणव के विषय में बताया जा रहा है कि वह होम सिकनेस का शिकार और धीरे धीरे डिप्रेशन की ओर गया है उसके कोचिंग के टेस्ट एक्जाम में नंबर कम आ रहे थे। प्रणव पहली बार मई 2023 में नीट के एक्जाम देता,लेकिन उससे पहले ही घर से दूर रहकर वह होम सिकनेस का शिकार हुआ हैं इस कारण ही उसने ऐसा कदम उठाया हैं। प्रणव रिजर्व नेचर का था इस कारण ही प्रणव अपनी मन की पीड़ा किसी से शेयर नही कर सका।
आखिरी बार पिता से रविवार की रात 9 बजे हुई है
बताया जा रहा कि प्रणव वर्मा ने रविवार की रात 9 बजे अपने पिता से फोन पर बात की थी,लेकिन उसकी बातचीत सामान्य हुई थी वही अपने पिता से बोला था कि मेरा सिलेबस खत्म 20 जनवरी तक हो जाएगा आप मुझे लेने 25 दिसंबर तक कोटा आ जाना अब पिता को क्या पता था कि अपने लाल को लेने सोमवार को ही जाना होगा वह भी नम आंखो से.................