शिवपुरी। पुरातत्व स्थलों का निरीक्षण कर साहित्यकार वहां की दिशा दशा और प्राचीन इतिहास से अवगत होंगे। साथ ही इस पर एक आलेख प्रस्तुत कर जन सामान्य को बताएंगे कि किस तरह से शिवपुरी जिला पुरातात्विक धरोहर से संपन्न है और इसके संरक्षण में यदि हम सब आगे आए तो फिर यह नई पीढ़ी और भविष्य के लिए बेहतर कदम साबित होगा। दरअसल अखिल भारतीय साहित्य परिषद द्वारा सम्पूर्ण मध्यभारत प्रांत में स्मारिक महत्व के यात्रा वृतांत कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
जिसमें शिवपुरी के अति महत्व के स्थानों की यात्रा साहित्यकार 1 जनवरी को करने जा रहे है।यात्रा के आलेख प्रांतीय पत्रिका में तदुपरांत भेजे जाएंगे। साहित्य परिषद के प्रांत महामंत्री आशुतोष शर्मा और जिलाध्यक्ष प्रदीप अवस्थी ने संयुक्त रूप से बताया कि जिले के सामरिक महत्व के स्थान कोलारस कल्पवृक्ष, लेवा, राई, लुकवासा में कपिल मुनि आश्रम कैलधार, तक्षशिला, नालंदा के समान विश्वविद्यालय अर्निप ्रद रन्नौद की यात्रा शिवपुरी के साहित्यकार करने जा रहे है।
वरिष्ठ साहित्यकार विशेषज्ञ डॉ लखनलाल खरेए लेखक प्रमोद भार्गवए कवि और गजलकार डॉण् हरिप्रकाश जैन हरिए डॉ महेंद्र अग्रवालए मुकेश अनुरागीए डॉ योगेंद्र शुक्ल एब्रजेश तोमर आदि इस यात्रा में सहभागी होंगे।यात्रा से जुड़े आलेख प्रांतीय स्तर पर निकलने वाली पत्रिका में भेजे जाएंगे। इस यात्रा का मूल उद्देश्य अपने क्षेत्र की जानकारी इतिहास से परिचय प्राप्त करना है। अपनी गौरवशाली सम्रद्ध विरासत से जुड़ना और भावी पीढ़ी के सम्मुख उसे प्रस्तुत करना है। अपनी जड़ों से जुड़े रहना आयोजन का प्रमुख उद्देश्य है। इससे जिले के प्राचीन स्थलों व पुरातत्व के बारे में अन्य लोग भी अच्छे से जान सकेंगे और शिवपुरी का इतिहास अन्य लोगों को भी आसानी से उपलब्ध हो सकेगा।
नए साल के पहले दिन इन स्थानों पर जाएंगे साहित्यकार
1 जनवरी शिवपुरी के स्थापना दिवस के अवसर पर सुबह 9 बजे मुख्य चौराहे पर स्थित हनुमान मंदिर से उक्त यात्रा प्रारम्भ की जाएगी।जो कोलारस से रन्नौद के महत्वपूर्ण स्थानों पर जाएगी। तत्पश्चात आलेख कविता कहानी, निबंध रूप में यात्रा वृतांत संग्रहित किए जाएंगे।