शिवपुरी। सरकारी स्कूलों में सबसे निचले स्तर पर नियमित निरीक्षण के लिए तैनात सीएसी भी अब निरीक्षण की जद में आएंगे। यानी सीएससी अब औपचारिक या कागजी निरीक्षण नहीं दिखा पाएंगेए क्योंकि नई व्यवस्था के तहत अब इनके निरीक्षण की भी मॉनिटरिंग बीआरसीसी और बीईओ करेंगे। यह नई व्यवस्था जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौर ने पूरे जिले में लागू कर दी है।
इसके पीछे सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक व्यवस्था और नियमित संचालन को दुरुस्त करना है। रविवार को माडल स्कूल में पोहरी विकासखंड के सीएसीए बीएसीए संकुल प्राचार्य सहित बीईओ, बीआरसी की बैठक के दौरान इस संबंध में निर्देश भी जारी कर दिए। पोहरी ही नहीं बल्कि क्रॉस चेकिंग की इस पहल को जिले भर में लागू किया जा रहा है।
अब नए निर्देशों के बाद हर सीएसी को अपना प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम बीआरसी या बीईओ को प्रस्तुत करना होगा। इस कार्यक्रम के आधार पर बीईओ, बीआरसी व संकुल प्राचार्य सीएसी के भ्रमण कार्यक्रम वाले स्कूलों में जाकर क्रॉस चेक करेंगे कि सीएसी वहां पहुंचा है या नहीं। इतना ही नहीं, सीएसी को भ्रमण कार्यक्रम में विद्यालय के निरीक्षण का समय भी लिखना होगा।
इस नए सिस्टम में अलग.अलग क्रॉस चेकिंग के स्तर बनाए गए हैं। बीएसी अपने क्षेत्र के तीन सीएसी के निरीक्षण को क्रास चेक करेंगे तो वहीं बीआरसीए तीन सीएसी व एक बीएसी के निरीक्षण को क्रास चेक करेंगे। इसी तरह बीईओ भी अलग.अलग तीन सीएसी व एक बीएसी को क्रॉस चेक करेंगे, जबकि डीडीए, बीईओ व बीआरसी से रिपोर्ट लेकर जिला कार्यालय में प्रस्तुत करेंगे।
संकुल प्राचार्य भी दो सीएसी को क्रॉस चेक करेंगे। वहीं जिले के आला अधिकारी जब फील्ड में निरीक्षण करने जाएंगे और उन्हें कोई स्कूल बंद मिलता है तो स्कूल स्टाफ के साथ.साथ सीएसीए बीएसी के विरूद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में डीईओ समर सिंह राठौर का कहना है कि मैदानी स्तर पर मानीटरिंग को मजबूत करने के उद्देश्य से निरीक्षण अमले की क्रास चेकिंग कराई जाएगी। इससे स्कूलों का संचालन नियमित होने के साथ साथए समय पर होगा। वहीं अब यदि कहीं स्कूल बंद मिलते हैं तो स्टाफ के साथ.साथ सीएसी.बीएसी पर भी कार्रवाई की जाएगी।