शिवपुरी। खबर शिवपुरी जिले के देहात थाना क्षेत्र के गौशाला से आ रही हैं जहां फर्जी तरीके से गाय का मालिक बता कर गाय को ले जाने का प्रयास किया गया। जब गाय लेने पहुंचे लोगों पर गौशाला के कर्मचारियों को शक हुआ तो इसकी सूचना बजरंग दल सहित गौ रक्षा दल के सदस्यों को दी। मौके पर पहुंचे बजरंग दल और गौ रक्षा समिति के सदस्यों ने गाय लेने पहुंचे तीन लोगों को पुलिस के हवाले कर दिया। देहात थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार तीन लोग एक आयशर मिनी ट्रक को लेकर लुधावली स्थित गौशाला पहुंचे और अपनी 3 गाय गौशाला में बंद होने का दावा करने लगे। तीनों लोगों के द्वारा दावा किया गया कि नगर पालिका द्वारा उनकी गाय पकड़कर गौशाला में भेज दिया है। चूंकि नगर पालिका द्वारा पकड़े गए आवारा मवेशी को छुड़ाने के लिए पांच सौ रुपए की रसीद गाय मालिक को कटानी होती है यह बात फर्जी तरीके से गाय लेने पहुंचे तीनों लोगों पता थी। तीनों लोगों ने गौशाला में 500.500 रुपए की रशीद भी कटवा ली। लेकिन जब वह गौशाला में मौजूद गायों में अपनी गाय के रूप में छांट रहे थे तो गौशाला के कर्मचारियों को संदेह हुआ। मामले को भांपते हुए तत्काल इसकी सूचना बजरंग दल और गो रक्षा समिति के सदस्यों को दी गई।
मौके पर पहुँचे बजरंग दल और गौ रक्षा दल के सदस्यों ने जब तीनो लोगों से पूछताछ की तो तीनों ने अपनी पहचान भरत धाकड़ए अतर सिंह धाकड़ए बंटी धाकड़ निवासी ग्राम सेवड़ा के रूप बताई। जबकि तीनों का गांव शहर से कई किलोमीटर दूर है। शक के आधार तीनों से पूछताछ की तीनों ने यह बात स्वीकार करते हुए बताया कि गौशाला में उनकी कोई भी नहीं है
वह सिर्फ पालने की उद्देश्य से गाय को अपने साथ ले जाना चाहते थे। गौसेवकों का कहना है कि उक्त लोग बूचड़खाने से जुड़े लोगों के संपर्क में हो सकते हैं। उक्त तीन लोगों ने ऐसी उम्रदराज गाय को चुना था जो दूध देने लायक भी नहीं थी।