जीवन ऐसा जीयो जो दूसरों के लिए मिसाल और अनुकरणीय बनेः बाल मुनि- Shivpuri News

NEWS ROOM
शिवपुरी।
प्रत्येक इंसान को जीवन ऐसा जीना चाहिए जो दूसरों के लिए मिसाल और अनुकरणीय बने। संसार में रहकर और अपनी सांसारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन कर कैसे जीवन को ऊध्र्वगामी बनाए यह समाजसेवी तेजमल सांखला के जीवन से सीखा जा सकता है। इससे बढ़कर अहोभाग्य क्या होगा कि आज सांखला जी के विवाह समारोह के स्वर्ण जयंती वर्ष में उनके सुकृत्यों की अनुमोदना संतजन कर रहे हैं।

उक्त उदगार प्रसिद्ध जैन आचार्य कुलचंद्र सूरि जी के सुशिष्य पंन्यास प्रवर और बाल मुनि के नाम से विज्ञात कुलदर्शन विजय जी ने समाधि मंदिर परिसर में जैन मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में व्यक्त किए। इस अवसर पर आचार्य कुलचंद्र सूरि, मुनि श्री कुलरक्षित विजय जी, मुनि श्री कुलधर्म विजय जी, पूज्य साध्वी शासन रत्ना श्रीजी, पूज्य साध्वी अक्षय नंदिता श्रीजी ठाणा.6 सतियां भी उपस्थित थीं।

समारोह में आचार्य कुलचंद्र विजय जी ने सांखला दम्पत्ति को इस पुनीत अवसर पर मुनि सुब्रत भगवान की प्रतिमा भेंट की। इस अवसर पर प्रदेश सरकार की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने भी जैन संतों से आर्शीवाद प्राप्त कर समाजसेवी तेजमल सांखला और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रीता सांखला को 50वीं वैवाहिक वर्षगांठ की शुभकामनाएं दीं।

पंन्यास प्रवर कुलदर्शन विजय जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि भले ही तेजमल सांखना ने दीक्षा नहीं ली। लेकिन संसार में रहकर भी उन्होंने इंसान के नाते अपने हर फर्ज का बखूबी निर्वहन किया है। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रीता सांखला ने भी उन्हें हमेशा धर्मपथ पर अग्रसर किया है और उनके सुकृत्यों में वह सहयोगी बनी हैं। बाल मुनि ने बताया कि श्री सांखला में मानवीय गुणों की कोई कमी नहीं है।

उनकी सहजता, सज्जनता, सरलता, निरहंकारिता का हर कोई कायल है। उन्होंने अपने सद्गुणों से परिवार के प्रत्येक सदस्य को धर्म मार्ग की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित किया। बाल मुनि ने बताया कि आचार्य श्री कुलचंद्र सूरि जी के शिवपुरी चार्तुमास की सफलता का बहुत हद तक श्रेय श्री तेजमल सांखला और श्रेष्ठ श्रावक प्रवीण लिगा को है। श्री सांखला ने तन.मन.धन से सेवा कर शिवपुरी के चार्तुमास को अद्वितीय और यादगार बनाया है।

जिससे उनके कुलगुरू विजयधर्म सूरि जी की जीर्णशीर्ण अवस्था में पड़ी समाधि अब भव्य रूप में सामने आ रही है। मंदिर की प्रतिष्ठा महोत्सव की बोली भी श्री सांखला ने ली है। उनसे हमने जिस भी काम में मदद मांगी है, उन्होंने उस मदद से कभी इंकार नहीं किया है। उनके जीवन में यहां समृद्धि है वहीं शांति और समाधि भी। धन का उन्होंने उपयोग सदैव समाजसेवा, मानवसेवा और धर्मसेवा के लिए किया है।

उन्होंने अपने जीवनकाल में अनेकों लोगों को जैन तीर्थ पालीतना, शंखेश्वर, शिखर जी, गिरनार जी आदि तीर्थों की यात्रा कराई है। अपने पिता का अनुकरणीय जीवित महोत्सव भी उन्होंने धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया है। समाजसेवी संस्थाओं के सदस्य और पदाधिकारी होकर वह निरंतर समाजसेवा करते हैं। आज उनके विवाह समारोह की सिलवर जुबली अवसर पर हम संतगण उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं और आर्शीवाद देते हैं कि वह निरंतर विकास और उन्नति के शिखर पर पहुंचकर मानवता के कल्याण मेें अग्रसर बनें और अपने जीवन को सार्थक बनाएं।

संतों के सानिध्य में विवाह महोत्सव मनाने की अनुपम पहल

आचार्य कुलचंद्र सूरि जी ने अपने संबोधन में कहा कि जन्मदिन या विवाह वर्षगांठ अथवा अन्य खुशी के अवसर पर आमतौर पर लोग घरों में पार्टी करते हैं या किसी हिल स्टेशन पर जाकर अपनी खुशियां मनाते हैं। लेकिन श्री सांखला ने अपनी गौरवशाली विवाह वर्षगांठ को संतों के सानिध्य में मनाने की एक अच्छी पहल की है। इससे स्पष्ट होता है कि उन्होंने अपने जीवन को एक सही दिशा दी है।

अनेक संस्थाओं ने किया अभिनंदन

समाजसेवी तेजमल सांखला और उनकी धर्मपत्नी श्रीमति रीता सांखला की 50वीं विवाह वर्षगांठ पर उनका अभिनंदन अनेक संस्थाओं ने किया और उनके समाजसेवी कार्यों का इजहार करते हुए उन्हें अभिनंदन पत्र सौंपा। उनका अभिनंदन करने वाली संस्थाओं में तरूण सत्ता परिवार, दिगम्बर जैन समाज, राजमाता विजयाराजे सिंधिया समिति, कालियामर्दन समिति, गणेश महोत्सव समिति, रोटरी क्लब, चैम्बर ऑफ कॉमर्स, जानकी सेना समिति आदि शामिल हैं।

धूमधाम से शुरू हुआ अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव

शिवपुरी की पुण्यधरा पर बीटीपी परिसर में भगवान मुनि सुब्रत स्वामी आदि 9 बिम्बों की अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव धूमधाम से शुरू हुआ। नूतन 9 बिम्बों का नगर प्रवेश.संकुल प्रवेश हुआ। अंजनशलाका प्रतिष्ठा के मांगलिक विधान और विविध महापूजन हुए। संकुल के नूतन प्रवेश द्वार विजय धर्म सूरि समाधि मंदिर प्रवेश द्वार का उदघाटन हुआ। साथ ही बीटीपी स्कूल के नवीन भवन का उदघाटन भी किया गया। इस अवसर पर प्रदेश सरकार की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया का विशेष आगमन हुआ।