शिवपुरी। प्रांतीय संयोजक मंडल सम्मेलन का शुभारंभ सरस्वती विद्यापीठ आवासीय विद्यालय शिवपुरी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य, विद्या भारती के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष डॉक्टर रविंद्र कान्हेरे, विद्या भारती अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री श्री राम अरावकर,क्षेत्रीय संगठन मंत्री भालचंद्र रावले, विद्या भारती मध्य भारत प्रांत के संगठन मंत्री निखिलेश महेश्वरी, ग्राम भारती के प्रांत अध्यक्ष सुजीत शर्मा की उपस्थिति में प्रारंभ हुआ। इस सम्मेलन में मध्यभारत प्रांत से 2500 संयोजक मंडल के उपस्थित सदस्य विभिन्न विषयों पर तीन दिवस तक विचार मंथन करेंगे।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा कि भारत को भारत रहना चाहिए भारत को दुनिया की चकाचौंध से प्रभावित नहीं होना है भारत की जीवन दृष्टि समग्र एवं एकात्मक भारत की है। इसका कारण अध्यात्म है। भारत की आत्मा गांवों में है, भारत को अगर भारत की तरह देखना है तो गांव को प्रतिष्ठित एवं समृद्ध करना होगा। हमारे यहां सोने, चांदी ब तांबे की वस्तुएं घर-घर में बनती है।
प्रत्येक घर में उद्योग था, भारत का सोना मंदिरों में रखा जाता था। हमारे मंदिर शांति एवं समृद्धि के प्रतीक थे। भारतीय संस्कृति सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया की है हम पूरी दुनिया को सुखी देखना चाहते हैं वसुदेव कुटुंबकम भी भारत संस्कृति का परिचायक है। कार्यक्रम की प्रस्तावना ग्रामीण शिक्षा के प्रांत प्रमुख ओमप्रकाश जांगलवा ने रखी। उन्होंने संयोजक मंडल सम्मेलन के उद्देश्य के बारे में बताया इस अवसर पर ग्राम दर्पण पत्रिका का भी अतिथियों ने विमोचन किया।
उद्घाटन सत्र में प्रांत के सचिव द्वय शिरोमणि दुबे, वीरेंद्र सेंगर, सह संगठन मंत्री अनिल अग्रवाल, विद्या भारती के सचिव क्षेत्रीय सचिव विवेक शेंड्ये, ग्रामीण शिक्षा के अखिल भारतीय संयोजक शशिकांत फड़के, नगर के गणमान्य नागरिक, पत्रकार बंधु, प्रांतीय एवं क्षेत्रीय पदाधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन नारायण सिंह चौहान ने किया।
ग्राम विकास को लेकर लगाई चित्र प्रदर्शनी
ग्राम विकास के 9 आयाम को लेकर एक चित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई इसका उद्घाटन विद्या भारती अखिल भारतीय संगठन मंत्री श्री राम रावकर, क्षेत्रीय संगठन मंत्री आनंद राव एवं बालिका शिक्षा के अखिल भारतीय संयोजक सुश्री रेखा चूड़ासमा एवं अन्य पदाधिकारियों ने किया।