शिवपुरी। खबर शहर के फिजीकल क्षेत्र में स्थित अवध हॉस्पिटल से आ रही है कि हॉस्पिटल में ऑपरेशन थियेटर में एक मरीज की मौत हो गई। मरीज को बेहोश करने का इंजेक्शन लगाया उसके बाद उसकी हालत लगातार बिगड़ने लगी और OT की टेबल पर ही मरीज ने दम तोड़ दिया। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने हॉस्पिटल में तोड़फोड़ कर दी।
जानकारी के अनुसार मुन्ना भाई उम्र 62 साल निवासी सिपाही मोहल्ला पुरानी शिवपुरी का एक्सीडेंट लगभग 10 दिन पूर्व हाजी सन्नू मार्केट के सामने एक कार से हो गया था जिसमें इरशाद अहमद उर्म मुन्ना भाई के पैर में चोटे आई थी। मुन्ना भाई का मेडिसन का इलाज डॉ अमित गुप्ता ने द्वारा किया जा रहा था।
अवध हॉस्पिटल में आज होना था ऑपरेशन
बताया जा रहा है मुन्ना भाई के पैर की हड्डी टूट गई थी जिसकी पिछले दस से अवध हॉस्पिटल में ड्रेसिंग की जा रही थी। आज पैर की हड्डी का ऑपरेशन होना था। शनिवार को मुन्ना भाई की जांच की गई थी और डॉ अमित गुप्ता मुन्ना भाई को ऑपरेशन के लिए फिट घोषित किया था।
आज दोपहर 1 बजे मुन्ना भाई को अवध हॉस्पिटल के ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया था। जहां डॉक्टर रामप्रताप चौहान ने ऑपरेशन करने से पूर्व बेहोश करने का इंजेक्शन एनिथिसिया रीड की हड्डी में लगाया गया। इंजेक्शन के लगते ही मुन्ना भाई की हालत बिगड़ने लगी और ओटी की टेबल पर ही ऑपरेशन करने से पूर्व ही मुन्ना भाई की मौत हो गई।
परिजनों का आरोप 2 घंटे बाद कहा नब्ज नहीं आ रही
इरशाद अहमद की मौत के बाद परिजनों को डॉ दुबे ने बताया कि मरीज की पल्स नही आ रही हैं आप देख लो,इसके बाद डॉक्टर सहित स्टाफ गायब हो गया। परिजनो ने बताया कि जब हम ओटी में पहुंचे तो मुन्नाभाई की मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों ने गलत इंजेक्शन लगाया इस कारण यह मौत हुई हैं।
एक्सपर्ट टीम नहीं थी ऑपरेशन के दौरान
माना जा रहा है कि ऑपरेशन के दौरान अस्पताल प्रबंधन की ओर से एक्सपर्ट टीम नही थी। आम तौर पर जब किसी का ऑपरेशन किया जाता है तो डॉक्टर टीम का पैनल होता हैं। जिस बीमारी का ऑपरेशन होता है उसके विशेषज्ञ डॉक्टर तो होते हैं साथ हार्ट का डॉक्टर भी ऑपरेशन के दौरान उपस्थित होता हैं लेकिन जब इरशाद की हालत बिगडी उस दौरान ओटी में कोई हार्ट स्पेशलिस्ट नही था।
पूरे पैसे जमा करा चुके थे,डॉ दुबे पर था विश्वास
परिजनों का कहना था कि इस ऑपरेशन के लिए 35 हजार रुपए जमा करा दिए थे। जिस मरीज का ऑपरेशन होना था उन्हें डॉ दुबे पर सबसे ज्यादा विश्वास था। इस कारण ही इस ऑपरेशन के लिए अवध हॉस्पिटल का चुनाव किया गया था लेकिन अति विश्वास ही यहां मरीज की मौत का कारण बना। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन ने काई अपनी प्रतिक्रिया मीडिया को नही दी। डॉ दुबे मीडिया से बचते नजर आए। वही इस मौत के परिजनों के अस्पताल मे तोड फोड कर दी। मौके पर पहुंची फिजिकल पुलिस ने बड़ी ही मुश्किल से मामले को शांत कराया।
शिवपुरी के अवध हॉस्पिटल में मरीज की मौत, परिजनों ने की तोड़फोड़ pic.twitter.com/OrMDPRRVbq
— shivpuri samachaar (@shivpurisamach2) December 11, 2022