करैरा। करैरा अनुविभाग के दिनारा क्षेत्र में कोई भी गौशाला न होने से गौमाता सड़कों पर विचरण करने के लिए मजबूर हैं। इससे आए दिन हो रही दुर्घटनाओं में गोवंश शिकार हो रहा है। स्थानीय लोग और गोसेवक लंबे समय से मांग कर रहे है कि इनकी व्यवस्था की जाए। इसके बाद भी जनप्रतिनिधियों से लेकर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे।
करैरा के दिनारा क्षेत्र में एक भी गौशाला नहीं है। ऐसे में यह गोवंश सड़क पर घूम रहे हैं। हालात यह है कि हाईवे पर बैठे यह मवेशी आए दिन सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। वहीं आम दुकानदार भी इन मवेशियों के कारण अपना धंधा आराम से नहीं कर पाते। कई बार तो यह मवेशी लड़ते हुए घरों व मकानों में घुस जाते हैए जिससे लोग भी चोटिल हो जाते हैं।
क्षतिग्रस्त हुआ पुराना कांजी हाउस
दिनारा कस्बे में कई सालों पूर्व कांजी हाउस का निर्माण कराया था। वह कांजी हाउस भी अब जर्जर हालत में हैं। पहले पंचायत के कर्ताधर्ता आवारा मवेशियों को इस कांजी हाउस में पहुंचा देते थेए लेकिन अब उनके पास वह भी रास्ता नहीं है। कांजी हाउस के क्षतिग्रस्त हो जाने पर उसे अनौपचारिक रूप से बंद कर दिया गया हैं।
नहीं हो रही सुनवाई
गो सेवक कल्लू महाराज ने बताया कि मैं कई सालों से गोसेवा कर रहा हूं। हालात यह हैं कि रोज गोवंश वाहनों की चपेट में आने से मर रहे है। हम कई दिनों से क्षेत्र में गोशाला की मांग कर रहे है। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही।
दिनारा में नहीं है सरकारी जमीन
दिनारा पंचायत सचिव सुरेश गुप्ता ने बताया कि दिनारा में सरकारी जमीन न होने के कारण गौशाला का निर्माण नहीं हो पा रहा। फिर भी हम एक प्रस्ताव बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों को भेजेंगे। अगर कहीं पर सरकारी जमीन मिलती हैं तो वहां गौशाला का निर्माण करेंगें।