संजीव जाट @ बदरवास। अभी तक आपने मारपीट के क्रॉस मामले सुने और देखे होंगे, लेकिन बदरवास थाने में बलात्कार के मामले में क्राॅस कायमी हुई हैं। इसमें एक पक्ष में पूर्व सरपंच आरोपी है वही दूसरे पक्ष में सरंपची का चुनाव लड रहा आरोपी हैं,कुल मिलाकर राजनीति से भरा यह बलात्कार के बदले बलात्कार का मामला सुर्खियों में बना है। इस क्रॉस बलात्कार के मामले में 2 महिलाओं की ओर से कराई गई एफआईआर में कुल 7 लोग आरोपी है।
पुलिस ने इस मामले में दोनो पक्षो को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने,पुलिस ने एफआईआर कर इस मामले की जांच शुरू कर दी हैं। जानकारी के अनुसार गाम कांठी निवासी एक 23 साल की महिला ने ने गुरुवार को बदरवास थाने में शिकायत दर्ज कराई कि जब वह खेत पर काम कर रही थीए उसी समय ग्राम गढ़ के पूर्व सरपंच खेरू धाकड़ व धर्मेन्द्र धाकड़ ने आकर मेरे साथ सामूहिक बलात्कार की घटना को अंजाम दिया।
जैसे ही इस बात की खबर आरोपी पक्ष को लगी तो शुक्रवार को ग्राम गढ़ में रहने वाली एक 28 साल की महिला ने 5 लोगों मनोज धाकड़, मुकेश धाकड़, रामकिशन धाकड़ रघुनाथ धाकड़ व ठाकुर लाल धाकड़ के खिलाफ सामूहिक श्बलात्कार का प्रकरण दर्ज कराया हैं। बताया जा रहा हैं कि पुलिस ने एफआईआर से पूर्व दोनों ही पक्षों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन जब वह नहीं माने तो प्रकरण दर्ज कर लिए। अब पुलिस दोनों ही प्रकरणों में जांच के बाद आगे की कार्रवाई की बात बोल रही है।
पुलिस जांच कर महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज करें
यह पूरा का पूरा मामले में राजनीति दिख रही हैं। बलात्कार का मामला किसी भी पुरुष के लिए गंभीर है,उसकी सामाजिक स्तर पर बहुत बदनामी होती है और उम्रकैद तक इसमें सजा हो सकती है। पुलिस इस मामले की बारीकी से जांच करें और एक उदाहरण बने की ऐसे मामले फिर थाने ना आए। इसमें महिलाओं का हथियार बनाया गया है। पुलिस अपनी जांच में यह पाती है कि महिलाएं झूठ बोली है तो महिलाओं पर आईपीसी की धारा 182 के तहत मामला दर्ज कर करके एक उदाहरण पेश कर सकती हैं।