शिवपुरी की बड़ौदी क्षेत्र से नाबालिग का अपहरण, मान गए दोनों परिवार, लेकिन कानून नहीं माना: जेल- Shivpuri News

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शिवपुरी।
शिवपुरी में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां पहले युवक ने 17 साल की लड़की भागकर शादी कर ली। लड़की के परिवार वालों ने केस दर्ज करा दिया। अब लड़की को बच्चा भी हो गया। दोनों लौट आए, तो पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मासूम को देख लड़की के परिवार वाले पिघल गए। उन्होंने भी रिश्ते को कबूल कर लिया है। वे शिकायत वापस लेना चाहते हैं। इसलिए थाने के चक्कर लगा रहे हैं।

दोनों के परिवार वाले भी राजी

अपने बेटे और दामाद को छुड़ाने पहुंची दोनों परिवार वालों ने राजीनामे की पेशगी की है। लड़की की मां ने बताया कि पहले उनके द्वारा शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन अब दोनों परिवार रिश्ते से खुश हैं। लड़के की मां का कहना है कि बच्चों की खुशी देखते हुए यह रिश्ता मंजूर कर लिया है।

प्रेमिका की प्रेम कहानी, उसी की जुबानी

प्रेमी से पति बने युवक को छुड़ाने पहुंची लड़की ने बताया कि वह बड़ौदी क्षेत्र में रहती थी। करीब 2 साल पहले उसकी उम्र 17 साल थी। वह गांव के पास ही रहने वाले 20 साल के युवक को पहली बार देखा। वह अक्सर बड़ौदी में रहने वाली बहन के यहां आता.जाता रहता था। युवकी की बहन उसकी पड़ोसी थी। एक दिन युवक ने उसकी तरफ निहारते हुए मुस्करा दिया था। मैं भी उसे देख मुस्करा गई थी। इसके बाद वह घर के दरवाजे पर खड़ी होकर उसका इंतजार करती रहती थी। धीरे.धीरे इशारों में बात होने लगी।

इसी बीच, उन्हें पानी भरने के बहाने मिलने का मौका मिलने लगा था। जहां दोनों के बीच बातों का सिलसिला शुरू हुआ। फिर युवक ने उसे मोबाइल लाकर दिया। वह दिन और रात में अकेला पाते ही बात करने लगे थे। धीरे.धीरे दोनों के बीच प्यार बढ़ता गया। फोन पर शादी की करने की कसमें भी खाई गई। उस समय मेरी उम्र 17 साल थी।

भागकर शादी करने का प्लान बनाया

प्रेमिका ने बताया कि कुछ ही महीनों में दोनों ने एक.दूसरे के साथ रहने की ठानी। घर से भागने की प्लानिंग बना ली। करीब 2 साल पहले दोनों घर से भाग गए। घर से भागकर वह मुरैना और भिंड जिले में रहकर मजदूरी करने लगे। हम दोनों समय.समय पर स्थान बदलते रहते थे। जहां मजदूरी मिलती थी। वहीं, कुटिया बनाकर रहने लगते थे। बालिग होने के बाद मुरैना के एक मंदिर में शादी कर ली थी। इसके बाद पति.पत्नी की तरह रहने लगे थे। इसी दौरान वह गर्भवती हो गई।

बच्चे को देख पिघला मन

प्रेमिका ने बताया कि गर्भवती होने के बाद हमने योजना बनाई थी कि वह बच्चे की डिलीवरी अपने घर करवाएंगे। बच्चे का मुंह देखने के बाद परिजनों की नाराजगी दूर हो जाएगी। दोनों ने इसी योजना पर अमल करते हुए डिलीवरी के समय दशहरा के पर्व पर वह गांव बड़ौदी वापस आ गए थे।

प्रेमिका ने बताया कि उसके ससुराल वालों ने उसके पेट में पल रहे बच्चे को देखते हुए दोनों को माफ कर दिया। खुशी.खुशी घर में रहने दिया। उसकी मां को जब वापस आने का पता लगाए तो वह थोड़ी नाराज हुईए लेकिन वह भी पेट में पल रहे बच्चे को देख सब भूल गई। दोनों को स्वीकार लिया। इसके बाद वह खुशी.खुशी अपने दोनों परिवार के साथ रहने लगी। इसके बाद उसने एक बेटे को जन्म दिया। दोनों ही परिवारों में खुशी का माहौल था।

पति को किया पुलिस ने गिरफ्तार, भेजा जेल

प्रेमिका ने बताया कि उसके पति को एक दिन पहले पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जब वह और उसके परिजन सिटी कोतवाली पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि राजेंद्र नाबालिग के अपहरण का आरोप है। वह 2 साल पहले एक नाबालिग का अपहरण कर फरार हो गया था। थाना प्रभारी अमित भदौरिया का कहना है कि नाबालिग के किडनैपिंग के मामले आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोपी को कोर्ट में पेश किया था जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।

कोर्ट से मिलेगा न्याय

एडवोकेट जितेंद्र समाधिया का कहना है कि ऐसे मामलों में अगर पुलिस में मामला दर्ज हो जाता है तो उक्त मामले का निपटारा कोर्ट में होना संभव है। कोर्ट में ऐसे मामले में दोनों पक्षों की ओर से राजीनामा की पेशगी की जाती है। ट्रायल और बयानों के आधार पर आरोपी दोषमुक्त साबित हो सकता है। लेकिन यह प्रक्रिया कितने दिनों तक चले, इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता है।