रामलीला में धनुष यज्ञ का मंचन, संवादों ने भक्तों को मोहपाश में बांधा- khaniyadhana News

NEWS ROOM
खनियाधाना।
1 नवम्बर से प्रारंभ श्री अचलेश्वर रामलीला मण्डल द्वारा मिडिल स्कूल प्रांगण में आज धनुष यज्ञ की लीला का भव्य मंचन हुआ सबसे आकर्षण रहा रावण बाणासुर संवाद एवम लक्ष्मण परशुरामजी सम्बाद। सर्वप्रथम श्रीगणेश जी एवं भगवान की आरती व्यास जी पं श्री मुकेश जी पटेरिया प्राचार्य द्वारा कराई गई।

इसके बाद लीला प्रारंभ हुई जब जनक जी का संदेश विश्वामित्र मुनि द्वारा रामजी को बताया तो वह भी जाने को तैयार हो गए रास्ते में प्रभु श्रीराम ने श्रापित अहिल्या का उद्धार किया इसके बाद जनकपुर में हो रहे धनुष यज्ञ को देखने रंगमंच पर पहुंचे जहां पर देश देश के राजा महाराजा थे उनमें किसी ने भी धनुष नई उठा पाया जनकजी मायूस हुए तभी मुनि की आज्ञा पाकर प्रभु श्री राम धनुष का भंजन करते है

धनुष टूटने की आवाज सुन परशुराम जी आते है लक्ष्मण से संवाद होता है जब परशुराम जी को प्रभु के अवतार का भान होता है प्रभु श्री राम को प्रणाम करके चले जाते है। यह रामलीला श्री मनोज पटेरिया, अंबिका त्रिपाठी एवं बारेलाल कुशवाहा के निर्देशन में प्रतिवर्ष की भांति हो रही है।

राम एवम लक्ष्मण की भूमिका में दोनों भाई कौशलेंद्र एवम कुशाग्र पटेरिया रावण की भूमिका रामबिहारी,अन्य कलाकारों मुरारीलाल लाल गुप्ता आदि सभी कलाकारों ने समा बांधा। आज नगर रामजी की बारात बैंड बाजे डीजे से साथ नाचते गाते हुए निकाली गई घर घर मंगल आरती की गई।