शिवपुरी। पोहरी अनुविभाग के सुभाषपुरा थाना की सीमा मे आने वाले गांव कलोधरा से आ रही हैं जहां दबंगो ने आदिवासियो को बंदूक की बट से जब तक मारा जब वह मरणासन्न नहीं हो गए। दबंगो का खौफ भी इतना था कि पुलिस की डायल 100 को बुलाने के लिए 181 पर शिकायत दर्ज करनी पडी। पूरे मामले में आरोपियों के खिलाफ सामान्य धाराओं में मामला दर्ज किया है इसके विरोध में पीड़ितों ने एसपी को इस मामले में जांच कराने की मांग की हैं।
पुलिस अधीक्षक को सोंपे आवेदन में कलौथरा की आदिवासी महिला ने बताया कि दिनाक 3 नवंबर को सुबह लगभग 9 बजे गाँव के हेंड पंप से पानी भरकर जब घर की ओर लौट रही थी तभी गाँव का दबंग रघुबर धाकड़ पुत्र रामप्रकाश धाकड़ अपनी मोटर साइकल से आया और रोककर सीटी बजाते हुये उसका हाथ पकड़ लिया।
जिससे पानी की तमेडी सिर से गिर गई और वह मदद मांगने चिल्लाई पुकार सुनकर पति मिथुन आदिवासी,ससुर सियाराम, देवर संजय ताऊ ससुर दयाली वहाँ आए व बोले कि क्या हुआ जिस पर प्रार्थिया ने घटना से अवगत कराया ।
महिला ने बताया कि उन्होने उसे समझाया तो रघुबर गालियां देने लगा और बोला सहरिया वालों तुम्हारे होश अभी ठिकाने लगाता हूँ, इसके बाद रघुबर ने अपने परिवार वालों को बुलाया । कुछ ही समय में रामप्रकाश धाकड़ एविनोद धाकड़ एभागीरथ धाकड़ए राधा किशन धाकड़ लाठी व बंदूक लेकर आए और आते ही उसको जमीन पर पटक दिया।
जब प्रार्थिया के परिजनों ने विरोध किया व बचाया तो बंदूक की बट व लाठीयों से हमला कर दिया । बुरी तरह मर्णासन्न अवस्था मे छोड़कर उक्त हमलावर बोले थानेदार हमारा नातेदार है । जाओ सालो तुम अब ऐसे ही लात खाने लायक हो ।
सूचना पर न डायल 100 पहुंची और न थाना पुलिस’
महिला ने बताया कि घटना की सूचना सुभाषपुरा थाने पर दी तो थाना पुलिस गाँव मे नहीं आई,डायल 100 भी वहाँ नहीं आई । तब 181 लगाई तो 108 एंबूलेंस 2 घंटे बाद आई ॰ ऑर हम सभी घायलों को लेकर सतनबाड़ा अस्पताल पहुंची । जिसके बाद पुलिस भी 2 घंटे बाद आई और हमें सुभाषपुरा थाने ले गए ।
पुलिस ने घटना ही बदल दी’
आदिवासी महिला ने बताया कि जो घटना हमने बोली वो पुलिस ने नहीं लिखी ऑर बोले हम अपने हिसाब से बनाएँगे ज्यादा मुँह मत चलाओ इसके बाद उन्होने घटना का स्वरूप अपने मन से ही बदलकर जबरन अंगूठा हस्ताक्षर ले लिया । पुलिस ने मामूली मारपीट का मामला कायम कर लिया है । जबकि छेड़खानी व गंभीर फ्रैक्चर का मामला कायम नहीं किया ।
आज जिला मुख्यालय आए सभी पीढ़ितों ने सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन व पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत करते हुये मांग की है कि थाना सुभाषपुरा द्वारा हमारे साथ किए दुर्व्यवहार व हमारे साथ घटी घटना की रिपोर्ट सही न लिखने पर थाने की कार्यप्रणाली की जांच कर उचित कार्यवाही करें व दबंगों प्र सख्त धाराए लगाकर उन्हे दंडित कराने का कष्ट करें।
सहरिया क्रांति संयोजक बोले ए अत्याचार की हद है ये
इस मामले में सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन का कहना है कि जिस पुलिस को कमजोर लोगों की दबंगई गुंडों से रक्षा करना चाहिए वो दबंगों के साथ गलबहियाँ कर रही है ए इससे ज्यादा दुर्भाग्य क्या होगा कि मदद के लिए न पुलिस पहुंची न डायल 100 और तो और 108 एम्बुलेंस भी 2 घंटे बाद कलोथरा तब पहुंची जब आदिवासियों ने 181 पर शिकायत की। सरकार को तत्काल मामले को गंभीरता से लेना चाहिए व सही धाराओं का तत्काल इजाफा करना चाहिए।