शेखर यादव@ शिवपुरी। अगर कहा जाए भारतीय जनता पार्टी में बाबाओं का बोलबाला रहा हैं। भगवान श्रीराम को अपना ब्रांड बनाकर जनता के मन में अपने प्रति भाव जगाने वाली भाजपा ने केंद्र की सत्ता सहित देश के आधे से अधिक प्रदेशों पर कब्जा कर लिया हैं। कुल मिलाकर अब भाजपा की राह पर नेता भी अपने स्तर से चलने लगे हैं,भाजपा का नारा की अच्छे दिन आने वाले हैं अच्छे दिन तो आए नहीं लेकिन अच्छी महंगाई तो बढ़ गई।
पिछले कुछ दिनो से देखा जा रहा है कि भाजपा नेताओं की कथा कराने की होड मच चुकी हैं। सबसे पहले बात करते हैं गुना शिवपुरी के सांसद डॉ केपी यादव की। सांसद डॉ केपी यादव की नेता है जिन्होंने अजेय समझे जाने वाले ग्वालियर राजघराने के महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव में हराया था। यह खबर लोकसभा चुनाव की सबसे बड़ी 5 खबरो में से एक थी।
सांसद की पितृ पक्ष में शिवपुराण,
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव नही हारते तो वह भाजपा का दामन नही पकडते और प्रदेश में भाजपा की सत्ता की वापसी नही होती है। सांसद केपी यादव चुनाव जीतकर जनता पर अपना प्रभाव नहीं छोड़ सके। सिंधिया जब इस क्षेत्र के सांसद थे बडे बडे प्रोजेक्ट लेकर आए थे इसकी एक लंबी लिस्ट हैं लेकिन वर्तमान सांसद अपने क्षेत्र के लिए कोई उल्लेखनीय प्रोजेक्ट नहीं ला सके हैं सांसद का पूरा फोकस अपना ग्रह जिला अशोकनगर पर हैं।
इसलिए वह सांसद की अधिक गतिविधि रहती है। लोकसभा क्षेत्र की सारी जनता पर अपनी छाप छोड़ने मे असमर्थ सांसद ने भी अपनी लोकप्रियता बरकरार रखने के लिए पितपक्ष मे अशोकनगर में पंडित प्रदीप मिश्रा के श्रीमुख से शिव पुराण का वाचन किया गया था। कुल मिलाकर कहने का अर्थ है अपने आप को जनता से संपर्क में पुनः आने का यह प्रयास था।
वही मप्र के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दतिया के सिद्ध पीठ पीतांबरा पर देश के सबसे चर्चित कथा वाचक बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के द्वारा कथा का अयोजन कराया था।
इस क्रम में अशोकनगर के विधायक जजपाल जज्जी अशोकनगर के तार वाले हनुमान जी पर कथा कराने जा रहे है। धीरेन्द्र शास्त्री बागेश्वर धाम की 24 नम्बर से कथा होने जा रही है।
नेताओं के कथाओं का प्रेम अगला नाम जुड रहा है पोहरी के विधायक और राज्यमंत्री सुरेश राठखेडा का। अभी मंत्री जी ने अपने पूरे लावलश्कर के साथ बागेश्वर धाम की यात्रा भी की थी। इस यात्रा के फोटो भी सोशल पर वायरल किए गए थे। अब सोशल से ही खबर मिल रही है कि मंत्री जी की बागेश्वर धाम की कथा की भी अर्जी लगा चुकी हैं हनुमानजी की कृपा हुई तो जल्द ही अनुमति मिल जाऐगी।
कुल मिलाकर कहने का सीधा सा अर्थ है कि भगवान श्रीकृष्ण का निष्काम कर्मयोग मार्ग छोडकर अर्थात जनता की सेवा छोडकर चमत्कार की आस हैं। अब आप बताए कि मनुष्य को चमत्कार पर नहीं सेवा पर विश्वास करना चहिए। अगर आप जनता के काम करोगे तो आपको चमत्कार की आवश्यकता नहीं है। कहते है कि भजन और भोजन एकांत का होता हैं। यह हम नहीं कह रहे है अब जनता यह बातो बातो में कहने लगी हैं।