Shivpuri News- तालाब के घाट पर लगा सकते है टेंट और निहार सकते है गोलाकोट तीर्थ

Bhopal Samachar
शिवपुरी
। जिले में पहली बार किसी पंचायत में पर्यटन की संभावना तलाश की हैं। 3 हजार साल पुराने देश का प्रसिद्ध जैन तीर्थ क्षेत्र में देश विदेश के पर्यटक आते है। पर्यटक की आगे की सोच का विकसित करते हुए उस जगह अमृत योजना का तालाब का चुनाव किया जिसके घाट से खडे होकर देखे तो गोलाकोट मंदिर को पर्यटक देख सके। इसके लिए यहां शुरुआत की जा चुकी हैं।  

जिले में बड़े उद्योग धंधों की मंदी है। इस वजह से जिले के प्राकृतिक सौंदर्य को पर्यटन के जरिए विकसित किया जा सकता है। यही वजह है कि खनियाधाना के पास स्थित गोलाकोट पंचायत में 65 लाख की लागत से अमृत सरोवर तालाब पर यह पहल की गई है जिसमें पर्यटकों को रहने के लिए पंचायत टेंट उपलब्ध कराएगी जिसके एवज में न्यूनतम शुल्क लेगी।

पर्यटन क्षेत्र में आने वाले इस पैसे से जहां पंचायत आत्मनिर्भर होकर अपनी पंचायत के गांव में विकास कार्य करा सकेगी, वहीं क्षेत्र को और विकसित कर एक नई पहचान भी ग्रामीण क्षेत्र में दे सकेगी।

जिला पंचायत सीईओ उमराव मरावी और आरईएस के ई ई इंजीनियर राजीव पांडे की माने तो 1ण्5 स्क्वायर किलोमीटर इस तालाब का कैचमेंट एरिया है। जिसमें 1 लाख 80 हजार घन मीटर पानी यहां स्टोर करने की अभी क्षमता है। क्योंकि गोलाकोट पर पर्यटकों का आना लगा रहता है यहां प्राचीन सिद्ध मंदिर भी है और हनुमान मंदिर भी अति प्राचीन है।

इस वजह से पंचायत में इसकी शुरुआत की गई है। जहां टेंट लगाकर पंचायत देगी और अतिथि सत्कार के लिए स्व सहायता समूह यहां पर उन्हें भोजन उपलब्ध कराएगा। ऐसे में जहां स्व सहायता समूह की महिलाएं आर्थिक रूप से सक्षम होंगी वही ग्राम पंचायत की आमदनी का जरिया बनेगा।

यदि शुक्रवार को यहां हुई शुरुआत की आमदनी देखे तो पहली बार पंचायत को 7280 की आमदनी हुई है। जिसमें लोगों ने स्वैच्छिक रूप से राशि दी है और 20 प्रवेश शुल्क के दाम भी पंचायत को दिया है, ताकि विकास कार्य यहां पर कर सकें।

कुल मिलाकर जिले का यह पहला तालाब है, जहां पर्यटकों के लिए टेंट उपलब्ध कराने की व्यवस्था दी गई है। शुक्रवार को यहां पहुंचे स्कूली विद्यार्थियों ने अमृत सरोवर पर पहुंच पिकनिक मनाई और कई तरह के गेम भी खेले, यहां सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया जहां सेल्फी भी ली गई।

यह कहा कलेक्टर शिवपुरी ने
यह एक नई शुरुआत है, इससे जहां पंचायत आत्मनिर्भर बनेगी। वहीं आदिवासी बहुल इस गांव में लोगों को मछली पालन जैसा रोजगार भी अमृत सरोवर से उपलब्ध होगा। स्व.सहायता समूह को भी रोजगार का अवसर मिलेगा। फिलहाल टेंट की सुविधा शुरू की है, धीरे-धीरे यहां तालाब के पास घाट भी बनाया जाएगा और अन्य सुविधाएं भी यहां देने की तैयारी चल रही हैं, ताकि पर्यटन के लिए लोग आकर्षित हो। अक्षय कुमार सिंह, कलेक्टर शिवपुरी