शिवपुरी। शिवपुरी शहर में स्थित गांधी पार्क से एक रोती बिलखती का वीडियो वायरल हुआ था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो पर रिएक्शन आना शुरू हो गए। कारण बताया जा रहा था कोतवाली पुलिस के SI पालिया आतिशबाजी एक्सपर्ट बनते हुए उसके पिता को कोतवाली उठा ले गए, इसके कारण वह रो रही थी।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद SDOP शिवपुरी ने कोतवाली में फोन लगाकर मामले की जानकारी ली और रोती बिलखती बच्ची के पिता को कोतवाली पुलिस से मुक्त कराया। भले ही एसडीओपी शिवपुरी ने मामले को तत्काल समझा और इस मामले में तत्काल पुलिस की भूल सुधार करते हुए एक्शन ले लिया,लेकिन इस वाक्ए से पुलिस की तानाशाही झलक मिलती हैं।
क्या था मामला
बताया जा रहा है कि गांधी पार्क में दिवाली के समय खेरीज आतिशबाजी की दुकानें लगती हैं। और इन दुकानों में ललित जेन भी खेरीज आतिशबाजी की दुकान लगाई थी। दोपहर के समय सिटी कोतवाली में पदस्थ SI दीपक पालिया पहुंचे और ललित जैन की दुकान पर पहुंच गए। बताया जा रहा है कि एसआई महोदय आतिशबाजी एक्सपर्ट बनते हुए दुकान में रखे कुछ पटाखे उठाते हुए कहा कि यह पटाखे तो हाथ से बने हैं और यह एक साल पुराने है यह पटाखे तो प्रतिबंधित हैं,इतना कहते हुए एसआई साहब दुकानदार को उठा ले गए उसके पटाखों पर पानी भी डाला और कुछ पटाखे अपने साथ भरकर ले गए।
जब ललित जैन के साथ यह वाक्या हुआ उनकी एक छोटी सी बेटी भी दुकान पर बैठी थी और जब ललित जैन को पुलिस अपने साथ ले गई,और बेटी अकेली हो गई और रोने लगी,तभी गांधी पार्क में से किसी युवक ने इस रोती हुई बच्ची का वीडियो को वायरल कर दिया और कारण भी बच्ची भी बता रही थी। सोशल पर वायरल हुए इस वीडियो पर कमेंट आने लगे और पुलिस की तानाशाही पर सवाल उठने लगे।
जैसे ही इस वायरल वीडियो की जानकारी शिवपुरी SDOP अजय भार्गव को लगी तो उन्होंने कोतवाली पुलिस से इस मामले की जानकारी ली और कोतवाली से ललित जैन को मुक्त कराया। दुकानदार पुलिस से मुक्त होकर वापस आ गया लेकिन उसकी दुकान पर रखे कुछ पटाखों पर पानी डाला गया उसे सार्वजनिक रूप से अपराधियों की तरह उठा ले गए इस पर SDOP शिवपुरी ने कोई एक्शन नहीं लिया।