पिछोर। खनियाधाना जनपद पंचायत के दिदावनी गांव के पास सरकार ने नागाहोरी बांध का निर्माण कराया है ताकि क्षेत्रीय किसानों को खेती और पीने के लिए पानी की समस्या से निजात मिल सके। लेकिन दिदावनी गांव इस क्षेत्र का ऐसा गांव है जहां के ग्रामीणों के लिए यह बांध परेशानी का सबब बना हुआ है।
दो जिलों की सीमा पर बसा दिदावनी गांव शिवपुरी जिले के खनियाधाना जनपद पंचायत का आखिरी गांव है,दिदावनी गांव की जनसंख्या करीब दो से ढाई हजार लोगों की है। गांव में करीब 300 से 500 परिवार निवासरत हैं। गांव के आगे से पहले ही राजघाट बांध की नहर निकली है और अब सरकार ने नागाहोरी बांध की नहर गांव के पीछे से निकाल दी।
नहर निकले के बाद से ही ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है बाँध का निर्माण होने के बाद और गांव के पीछे से नहर निकलने से यहां के ग्रामीणों के घरों में पानी भर जाता है। जिससे ग्रामीण अनाज भी अपने घरों में नही रखपाते है।
गांव से लगा हुआ पहाड़ है जिसकी मिट्टी खिसकने के कारण ग्रामीणों के घरों पर कई बड़े बड़े पत्थर भी गिर जाते हैं। अभी हाल ही में एक ग्रामीण के नव निर्मित पीएम आवास पर पहाड़ का पत्थर खिसक कर गिर गया था। जिससे काफी नुकसान हुआ था।
गनीमत रही कि मकान में कोई नहीं था। नहीं तो जन हानि भी हो सकती थी। इस घटना के बाद से ही ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है और कभी भी किसी न किसी अनहोनी का अंदेशा बना रहता है।
ग्रामीणों ने बताया कि सभी लोगों ने तहसीलदार से लेकर कलेक्टर तक अपनी समस्याओं के बारे में आवेदन कर चुके हैं और तो और क्षेत्रीय विधायक को भी कई बार आवेदन दे चुके हैं पर अभी तक इस भयंकर समस्या का समाधान नहीं हो सका।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान नहीं किया तो सभी ग्रामीण चक्का जाम करने के साथ साथ अनशन पर बैठेंगे और आगामी विधानसभा चुनाव में चुनाव का बहिष्कार करेंगे।