khaniyadhana News- प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन ने विभिन्न मांगों के संबंध में बीआरसी को सौंपा ज्ञापन

Bhopal Samachar
खनियांधाना। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन खनियाधाना के सदस्यों ने जिसमें प्रमुख रुप से डी एस बुंदेला संस्कार विद्यालय जयकुमार पांडे न्यू मॉडर्न चिल्ड्रन स्कूल पृथ्वीराज चौहान यंग स्कॉलर अनिल कुमार पांडे राजीव कान्वेंट स्कूल आनंद जैन ब्राइट फ्यूचर स्कूल प्रमोद जैन दद्दू नंदीश्वर विद्यालय शोभाराम मां सरस्वती ज्ञान मंदिर कक्षा पांचवी एवं आठवीं बोर्ड परीक्षा के संबंध में कार्यालय द्वारा जो निर्देश जारी किए गए हैं उनका विरोध किया गया है और इस संबंध में एक ज्ञापन बीआरसी संजय भदौरिया को सौंपा हैं।

प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख है कि श्रीमान आयुक्त राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल के बीच सत्र में जो आदेश जारी हुए हैं वह न्याय संगत नहीं हैए सभी शालाओं में एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम के आधार पर बोर्ड पैटर्न पर वार्षिक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा जबकि सत्र के प्रारंभ होने के पूर्व अप्रैल 2022 तक उपचार से संबंधित कोई निर्देश नहीं थे।

जिस कारण शालाओं द्वारा बोर्ड के निर्धारित मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम के मध्य प्रदेश बोर्ड संबंधित पुस्तकों से तथा बोर्ड द्वारा शालाओं को प्रदान की गई अनुमति के आधार पर प्रकाश को को पुस्तकों से उनके पाठ्यक्रम के अनुसार शिक्षा जीती जाती है यह विषय के दिशा निर्देशों के फल स्वरुप अब जबकि आधा अकादमिक सत्र व्यतीत हो चुका है।

इस स्तर पर पाठ्यपुस्तक में परिवर्तित करना एवं छात्रों को पुनः पाठ पुस्तकें किराए कर एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम अनुसार कार्य कराना सर्व छात्र छात्राओं के लिए बल्कि शालाओं के संचालकों के लिए अत्यधिक व्यवहारिक एवं कष्टदायक जिसका परिणाम यह होगा कि छात्र.छात्राओं का वर्तमान का दशक पूर्ण रूप से अव्यवस्थित हो जाएगा।

अर्धवार्षिक परीक्षा के 20 प्रतिशत अधिकार को वार्षिक परीक्षा परिणाम में विचार लिया जाएगा यहां यह उल्लेखनीय की अर्धवार्षिक परीक्षा आगामी एक माह में आयोजित हुई जबकि आप के कार्यालय के निर्देश प्राप्त होने के पश्चात नवीन पुस्तक में लागू कर पाठ्यक्रम बदलने हेतु 1 से 2 माह की अवधि लग जाएगी एवं सहारे सत्र का बदला हुआ पाठ्यक्रम पाने हेतु मात्र लगभग 3 वर्ष इस प्रकार से छात्रों के भविष्य की जा रही है उसका सभी अशासकीय स्कूल वाले विरोध करते हैं आगामी सत्र से कक्षा 10 वीं की बोर्ड परीक्षा समाप्त किए जाने का प्रावधान है जो कि गलत है।