करैरा। शिवपुरी जिले के करैरा नगर परिषद कार्यालय के घोटाले बाज कर्मचारी ने अपने बचाव में वीडियो वायरल किया हैं। परिषद के इस कम्प्यूटर ऑपरेटर ने पीएम आवास योजना में घोटाला किया हैं। जिसकी शिकायत नप सीएमओ ने दर्ज कराई और उसे नौकरी से भी हटा दिया। जिसके बाद करैरा पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
वहीं गुरुवार रात कम्प्यूटर ऑपरेटर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया है। जिसमें उसने अपने आप को बेकसूर बताते हुए नगर परिषद के शाखा प्रबंधक पर गबन करने के आरोप लगाए हैं।
करैरा सीएमओ ताराचंद धूलिया ने पुलिस में शिकायत दर्ज करते हुए बताया था कि उनके कार्यालय में जितेंद्र गौड़ ने आवास योजना के नाम पर गबन किया है। आरोपी करैरा के वार्ड नंबर 5 काजी मोहल्ला में रहता है।
वह नप में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर संविदा नियुक्ति के तौर पर कार्यरत था। जितेंद्र नगर के लोगों के खातों में पीएम आवास की राशि डालने व अन्य योजनाओं का काम करता था। जितेंद्र के पास पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से भुगतान करने के लिए चेकर आईडी, मेकर आईडी व कम्प्यूटर पासवर्ड रहते थे।
पीएम आवास के 26 लाख 50 हजार रुपए लोगों के खातों में वितरित होने थे। इसमें से 19 लाख रुपए का अंतर सामने आया। जांच में पता चला कि ऑपरेटर ने गलत बैंक खातों में 19 लाख रुपए ट्रांसफर किए हैं। जिन लोगों के खातों में रुपए डाले गए हैं, उनमें से अधिकांश लोग ऑपरेटर के घर के आसपास ही रहते हैं।
वीडियो जारी कर सुनाई आपबीती
जितेंद्र ने सोशल मीडिया पर वीडियो डालते हुए कहा है कि उन पर जो हितग्राहियों के गलत तरीके से खाते में पैसे डालने का आरोप लगा है वह निराधार है। आवास योजना के हितग्राहियों के खाते में पैसे डालने का कार्य वह नहीं करते बल्कि यह कार्य तो शाखा प्रभारी सौरभ विंदल करते हैं। उन्हीं ने यह सारा पैसा हितग्राहियों के खाते में डाला था।
जब आवास योजना में हुए घोटाले की जांच हुई तो इन सभी ने मिलकर उसे झूठे आरोपों में फंसा दिया। कुछ पैसे हितग्राहियों से वह लेकर जरूर आया था लेकिन यह पैसे सौरव ने मंगाए थे। वीडियो में जितेंद्र का कहना है कि उस पर अब लगाए गए आरोप पत्र पर साइन करने के लिए भी दबाव बनाया जा रहा है।