पोहरी। मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के तहत पोहरी में आयोजित सरपंच व सचिव की बैठक के दौरान राज्य मंत्री सुरेश राठखेड़ा के सामने जनपद अध्यक्ष रामकली आदिवासी ने दर्द व्यक्त किया।
पोहरी की जनपद अध्यक्ष रामकली आदिवासी ने कहा कि मैं महिला अध्यक्ष हूं इसलिए सीईओ मेरी सुनवाई नहीं कर रहे हैं, इतना ही नहीं सीईओ शैलेंद्र आदिवासी से कोई भी योजना की जानकारी पूछने पर वह कोई जानकारी नहीं बताते हैं। जब में जनपद अध्यक्ष की सुनवाई ही नहीं हो रही है तो मेरे सरपंच व जनपदों की क्या सुनवाई होगी।
वही बैठक में राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा ने सरपंचों से सचिवों के साथ मिलकर अच्छी गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्य करने की बात कही। इस मौके पर बीलबरा कलां ग्राम पंचायत के सरपंच मोहर सिंह धाकड़ ने कहा कि पोहरी जनपद में 40 फीसदी कमीशन वितरित बज जाता है फिर गुणवत्ता के साथ कैसे निर्माण कार्य करें।
इसी बीच ग्राम पंचायत भिलोड़ी के सरपंच केशव यादव ने सीईओ शैलेंद्र आदिवासी की शिकायत करते हुए कहा कि सीईओ मनमानी कर रहा है। मेरे द्वारा फोन लगाने पर उसने मेरा फोन ब्लॉक कर दिया है। वहीं अन्य लोगों द्वारा भी समस्याएं बताई गई।
वहीं CEO शैलेंद्र आदिवासी का कहना है कि अध्यक्ष अध्यक्ष मैडम बैंक
एकाउंट खुलवाने के साथ वित्तीय फाइलों पर हस्ताक्षर करने की बात कह रही थी। लेकिन ऐसा नहीं होता है। वे चाहती हैं कि नगर परिषद की तरह उनके भी हस्ताक्षर हों, लेकिन जनपद अलग हैं, में उनके लिए अलग से कानून नहीं बनाऊंगा।
साथ ही उन्होंने मेरे से कहा था कि स्ट्री टंच गड्ढे नापने व दिखने के लिए चलना है। तो मैं क्यों जाऊं उसके लिए अलग से स्टाफ हैं, वहां मैंने इंजीनियर को भेज दिया था। इसके चलते अध्यक्ष इस तरह के आरोप लगा रही हैं।