वन भूमि पर लहरा रही 100 बीघा में फसल, तोड़ी बाउंड्री, अब जमीन मुक्त- karera News

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करैरा।
जिले में लगातार वन भूमि पर अतिक्रमण कर खेती करने के खबर मीडिया प्रकाशित कर रही हैं। वन विभाग भी इन अतिक्रमण से परेशान हैं। वन भूमि पर अतिक्रमण होने के कारण जिले में एक हत्या भी हो चुका हैं वही इसी अतिक्रमण के चलते वनकर्मियो पर हमले भी हो रहे हैं इसका सबसे ताजा उदाहरण 2 दिन पूर्व सतनवाड़ा रेंज से आया था वहां अतिक्रमण कर रहे गुर्जर समुदाय के लोगो को रोकने पर डिप्टी रेंजर सहित 5 वनकर्मियो पर जानलेवा हमला किया गया था।

अतिक्रमण करवाने के आरोप रेज स्तर के अधिकारी पर सबसे अधिक लग रहे हैं। अब फॉरेस्ट रिटर्न हो रही हैं,गुर्जरों के हमले के बाद सतनवाड़ा रेंज में गुर्जरों के मकान तोड़ दिए गए जो अवैध कब्जा कर बनाए गए थे साथ में 200 बीघा वन भूमि भी वन विभाग ने मुक्त कराने में सफलता हासिल की,वही करैरा में भी अमले ने वन भूमि मंगलवार की दिन मुक्त कराई हैं।

बीते मंगलवार को वन अमले द्वारा करैरा रेंज के खोड़ वन चौकी की वीरा बीट से भू माफियाओं के द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाकर 100 बीघा वन भूमि को भू माफियाओं से मुक्त करा लिया है। भू माफियाओं के द्वारा वन विभाग की भूमि पर किए गए अतिक्रमण को करेरा रेंजर अनुराग तिवारी के द्वारा मौके पर पहुंचकर राजापुर एवं खोड़ बन चौकी के स्टाफ के द्वारा अतिक्रमण को मुक्त कराया गया।

बाउंड्री कर के बो रखी थी वन भूमि में फसल

बताया जा रहा है कि खोड़ वन चौकी क्षेत्र के वीरा बीट में लगभग 15.20 अतिक्रामकों के द्वारा लगभग 100 बीघा वन भूमि पर पत्थर की बाउंड्री और बागड़ कर कर फसल बो रखी थी जिसे आज बन अमले ने मौके पर पहुंचकर बाउंड्री को तोड दिया गया और वनभूमि को मुक्त करा दिया गया हैं।

रेंजर अनुराग तिवारी ने बताया कि कुछ अतिक्रामकों ने पहले से ही लगभग 40 से 50 बीघा वन भूमि पर कब्जा कर रखा था और हाल ही में कुछ नए अतिक्रामकों के द्वारा वन भूमि पर कब्जा कर लिया गया था जिसकी सूचना लगते की अमले ने मौके पर पहुंचकर अतिक्रामकों के कब्जे से लगभग 100 बीघा वन भूमि को मुक्त करा लिया है।