पिछोर। अवैध रूप से महापुरुषों की प्रतिमा स्थापित करने की परंपरा बना चुका पिछोर में फिर इस विधान में आज एक और कड़ी जुड़ गई। पिछोर के बदरवास गांव में पिछोर के बदरवास गांव में एक खेत पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा एक टीले पर स्थापित कर दी है।
जिसकी जानकारी पुलिस और प्रशासन को लगी तो वह मौके पर पहुंच गए। बाद में एसडीएम ने पटवारी को जांच के लिए भेज दिया है। क्योंकि कुछ लोगों का कहना था कि जहां प्रतिमा स्थापित की गई है वह निजी जमीन है। जबकि कुछ लोग उस जमीन को शासकीय बता रहे हैं।
जानकारी के अनुसार रात्रि में कुछ अज्ञात लोगों ने एक खेत पर डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी। जिसकी जानकारी आज सुबह ग्रामीणों को लगी तो वह मौके पर एकत्रित हो गए और कुछ लोग प्रतिमा के विरोध में तो कुछ पक्ष में आकर खड़े हो गए।
जिसकी जानकारी पिछोर पुलिस को लगी तो वह मौके पर आ गए। बाद में पुलिस ने लोगों से पूछताछ की तो कुछ लोगों ने मूर्ति स्थापित की गई जमीन को शासकीय बताया तो कुछ ने उक्त जमीन को निजी सम्पत्ति बताकर मूर्ति स्थापना को सही बताया। बाद में जब गांव में तनावपूर्ण स्थिति हो गई तो पुलिस ने वहां पुलिस बल तैनात कर दिया।
इसके बाद एसडीएम को पूरी घटना से अवगत कराया। जिस पर एसडीएम ने मौके पर पटवारी को भेजकर जांच करने का आदेश दिया कि मूर्ति स्थापना जिस स्थान पर की है वह जमीन का मुयाअना करे और पता लगाएं कि कहीं वह शासकीय तो नहीं। एसडीएम के आदेश के बाद पटवारी मौके पर अपने दलबल के साथ पहुंच गए, जो जांच कर रहे हैं।
वही पिछोर में फिल्टर रोड पहाड़ी पर बुद्ध भगवान की प्रतिमा और विश्व को धर्मोपदेश देने वाले स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पिछोर के मोती सागर तालाब पिछोर अवैध रूप से बनी गौशाला में स्थापित कर दी है पिछोर, में अवैध रूप से महापुरुषों की प्रतिमा स्थापित करने की परंपरा बन चुकी है। प्रशासन हर बार ऐसे मामलों में अज्ञात का मामला दर्ज कर फाइल बंद कर देता है।अवैध रूप से रखी इन प्रतिमाओ के कारण सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन भी टूट रही हैं
इनका कहना है.
किसी अज्ञात व्यक्ति ने बदरवास गांव में एक खेत पर डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति स्थापित की है। जिसे लेकर गांव में तनाव की स्थिति बन गई। मौके पर पुलिस बल पहुंचाया गया। कुछ ग्रामीण इस जमीन को सरकारी बता रहे थे तो कुछ निजी सम्पत्ति। जिसकी जानकारी एसडीएम को दी गई। उन्होंने मौके पर जांच के लिए पटवारी को भेजा है जो जांच कर रहे हैं। जांच के बाद अगर जमीन शासकीय पाई गई तो मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गब्बर सिंह गुर्जर, थाना प्रभारी पिछोर
जानकारी के अनुसार रात्रि में कुछ अज्ञात लोगों ने एक खेत पर डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी। जिसकी जानकारी आज सुबह ग्रामीणों को लगी तो वह मौके पर एकत्रित हो गए और कुछ लोग प्रतिमा के विरोध में तो कुछ पक्ष में आकर खड़े हो गए।
जिसकी जानकारी पिछोर पुलिस को लगी तो वह मौके पर आ गए। बाद में पुलिस ने लोगों से पूछताछ की तो कुछ लोगों ने मूर्ति स्थापित की गई जमीन को शासकीय बताया तो कुछ ने उक्त जमीन को निजी सम्पत्ति बताकर मूर्ति स्थापना को सही बताया। बाद में जब गांव में तनावपूर्ण स्थिति हो गई तो पुलिस ने वहां पुलिस बल तैनात कर दिया।
इसके बाद एसडीएम को पूरी घटना से अवगत कराया। जिस पर एसडीएम ने मौके पर पटवारी को भेजकर जांच करने का आदेश दिया कि मूर्ति स्थापना जिस स्थान पर की है वह जमीन का मुयाअना करे और पता लगाएं कि कहीं वह शासकीय तो नहीं। एसडीएम के आदेश के बाद पटवारी मौके पर अपने दलबल के साथ पहुंच गए, जो जांच कर रहे हैं।
इससे पूर्व यह रखी गई है पिछोर में अवैध रूप से महापुरुषों की प्रतिमा
पिछोर अनुविभाग में बिना अनुमति चौराहों पर मूर्ति लगाने का यह पहला मामला नहीं है आज, से आठ साल पर्व पिछोर के बस स्टैंड पर अवैधानिक रूप से संविधान निर्माता की प्रतिमा संविधान को तोडते हुए रख दी, इसके बाद क्रमशः पिछोर के बाचरौन चौराहे पर अंवति बाई की प्रतिमा पिछोर, अनुविभाग के नागेश्वर चौराहे पर अहिल्या देवी, खोड बरेला चौराहे पर अंबेडकर जी की प्रतिमा पिछोर, के पायगा गांव में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को भी स्थापित बिना अनुमति के किया जा चुका है।वही पिछोर में फिल्टर रोड पहाड़ी पर बुद्ध भगवान की प्रतिमा और विश्व को धर्मोपदेश देने वाले स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पिछोर के मोती सागर तालाब पिछोर अवैध रूप से बनी गौशाला में स्थापित कर दी है पिछोर, में अवैध रूप से महापुरुषों की प्रतिमा स्थापित करने की परंपरा बन चुकी है। प्रशासन हर बार ऐसे मामलों में अज्ञात का मामला दर्ज कर फाइल बंद कर देता है।अवैध रूप से रखी इन प्रतिमाओ के कारण सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन भी टूट रही हैं
इनका कहना है.
किसी अज्ञात व्यक्ति ने बदरवास गांव में एक खेत पर डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति स्थापित की है। जिसे लेकर गांव में तनाव की स्थिति बन गई। मौके पर पुलिस बल पहुंचाया गया। कुछ ग्रामीण इस जमीन को सरकारी बता रहे थे तो कुछ निजी सम्पत्ति। जिसकी जानकारी एसडीएम को दी गई। उन्होंने मौके पर जांच के लिए पटवारी को भेजा है जो जांच कर रहे हैं। जांच के बाद अगर जमीन शासकीय पाई गई तो मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गब्बर सिंह गुर्जर, थाना प्रभारी पिछोर