नरवर। नरवर से 3 किलोमीटर दूर कोटिया वाली माता मंदिर में कोबरा सांप बैठा था। मंदिर के पुजारी ने इस नागराज को देखा तो वह डर गया और नरवर स्नेक सेवर सलमान को फोन किया।
जानकारी के अनुसार दोपहर 11 बजे मंदिर के पुजारी ने अचानक माता के प्रतिमा के पास लगे दक्षिणी बबूल के पेड़ के पर एक जहरीला सांप देखा,सांप को देखकर पुजारी जी डर गए और इसकी सूचना तत्काल नरवर स्नेक सेवर सलमान को दी।
सांप होने की सूचना पर सलमान मंदिर पर पहुंचे तो देखा की पेड पर बैठा सांप किंग कोबरा नस्ल का था। सलमान ने उसका रेस्क्यू किया। सलमान ने देखा की रेस्क्यू करते समय नागराज घायल हो गए है। अगर सांप को ऐसे ही जंगल में छोड दिया जाऐगा तो घांव बढ जाऐगें और उसमें चिटियां व अन्य कीड़े लग सकते है और सांप की मौत भी हो सकती है।
बताया जा रहा है कि सलमान ने पुजारी से हल्दी मंगाई और उसका लेप बनाया। हल्दी से बने लेप को नाग के घाव पर लगाया। सलमान ने बताया कि सांप के यहां रेस्क्यू करते समय 5 जगह घाव लग गए थे। इसलिए सांप के प्रत्येक घाव पर हल्दी का लेप लगाया गया।
सलमान ने बताया कि कोबरा की उम्र 20 के पार थी,और सर्पराज प्यासे भी थे। शायद किसी शिकार को पकडने के लिए पेड पर चढ गया होगा। लेकिन बबूल के पेड़ के कांटे लगने के कारण घाव हो गए होंगे जिससे वह नीचे नहीं उतरा। सलमान ने बताया कि रेस्क्यू करते समय घाव और अधिक गहरे हो गए। इसलिए सांप की मल्लम पट्टी की गई। सांप प्यासा भी था इसलिए उसको पानी भी पिलाया ओर सुरक्षित पोटली में बंद कर उसे जंगल में छोड दिया।