शिवपुरी। अमोला थाना प्रभारी के खिलाफ आवेदन की पोटली लेकर थाना क्षेत्र के ग्रामीण प्रभारी मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया के पास पहुंचे। ग्रामीणों ने कहा कि अमोला थाना प्रभारी अमित चतुर्वेदी मामले में कार्रवाई नहीं करते है। मामलों में कार्रवाई नहीं हुई ऐसे 1 दर्जन से अधिक आवेदन ग्रामीणों ने प्रभारी मंत्री को सौंपे।
ग्रामीणों का कहना था कि थाना अमोला में आमजन की सुनवाई नहीं होती केवल कुछ चिन्हित लोगों के हिसाब से चलता है। प्रभारी मंत्री को कलेक्ट्रेट में सौंपे गए आवेदन पर कार्रवाई की मांग ग्रामीणों ने की है।
लड़की को उठा ले गए बलात्कार किया लेकिन आरोपी गिरफ्तार नहीं
अमोला थाना क्षेत्र में आने वाले सिला नगर में रहने वाले तुलसीदास विश्वकर्मा ने मीडिया को बताया कि उसकी बेटी को सवा माह पूर्व ड्राइवर गोरेलाल गडरिया भगा कर ले गया। उसके साथ बलात्कार भी किया,पिता का कहना था कि यह गौरेलाल जिस व्यक्ति के यहां नौकरी करता है उसका इस मामले में पूरा हाथ है। पुलिस को ने उसे आरोपी नहीं बनाया। आरोपी गोरेलाल खुलेआम घूम रहा है हमें धमकी भी दे रहा है। पुलिस को में दो बार इस मामले से अवगत भी करा चुका हूं,लेकिन थाना पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
मेरी घरवाली को गौरू भगा ले गया,पुलिस पकड़ नही रही
सिला नगर के रहने वाले वीर सिंह का कहना हैं कि गांव में रहने वाला गौरू पुत्र मलखान 3 माह पूर्व मेरी घर वाली को घर से भगा ले गया। पुलिस एफआईआर नहीं कर रही और ना ही मेरी घर वाली को तलाश रही हैं।
2000 बीघा जमीन पर कब्जा गुर्जरो का फोरेस्ट मौन
अमोल पठा में रहने वाले पुख्खन आदिवासी,गोपाल आदिवासी,केदार आदिवासी,गोपाल आदिवासी ने मीडिया को बताया कि बरुआ नाले पर 2 हजार बीघा जमीन पर स्थानीय गुर्जरो ने कब्जा कर रखा हैं,पुलिस और फॉरेस्ट को बार बार शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं है। इस जमीन पर जड़ी बूटी होती थी जिससे हमारी जीविका चलती थी लेकिन अब वर्तमान में गुर्जरों की मूंगफली उग रही हैं।
ऐसे ही कई लोगो ने प्रभारी मंत्री से शिकायत की और और अपने आवेदन सौंपा,इन मामलों में थाना प्रभारी अमित चतुर्वेदी से बात की तो थाना प्रभारी ने की कई मामलों मे जांच चल रही है और जो मामले कार्रवाई करने योग्य होते है उन पर कार्रवाई होती हैं।