शिवपुरी। स्वच्छता सर्वेक्षण में बिछड़ने के बाद शिवपुरी शहर को स्वच्छ एवं हरा भरा बनाने के लिए बड़े.बड़े वादे किए गए थे परंतु नगर पालिका हमले के उदासीन एवं लापरवाही पूर्ण रवैया से यह सपना पूर्ण होती नजर नहीं आ रहा है तात्या टोपे नगर में 15 दिन पूर्व स्थानीय रहवासियों ने बाबा महाकाल मंदिर पर सफाई कार्यक्रम चलाया था जिसमें एकत्रित कचरे को उठाने का आग्रह नगर पालिका प्रभारी को सूचना देकर किया गया थाै।
परंतु 15 दिन बीत जाने के बाद भी यह कचरा नहीं उठाया गया केवल तात्या टोपे नगर ही नहीं समूचे शिवपुरी में सूचना देने के बाद भी कक्षा कार्य हेतु ना तो स्वच्छता प्रभारी गंभीर है और ना ही उनका अमला।
शिवपुरी नगर पालिका के कर्मचारी एवं जिम्मेदार अधिकारी स्वच्छता को लेकर कितने गंभीर हैं यह केवल एक उदाहरण से आपको समझ में आ सकता हैए जगह.जगह सड़कों पर व्याप्त गंदगी आम लोगों द्वारा सूचना देने के बाद भी कॉलोनियों एवं गलियों में सफाई ना होना तथा समय पर सफाई के लिए झाड़ू ना लगाए जाना, यह सब सामान्य बातें हैं परंतु कुछ दिनों पहले अगस्त माह के प्रथम रविवार को हिंदू इकोसिस्टम के आह्वान पर तात्या टोपे नगर मेडिकल कॉलेज के पास स्थित महाकाल बाबा के मंदिर में सफाई अभियान चलाकर कॉलोनी वासियों ने कचरा पास में ही जमा कर लिया था।
जिसके विषय में नगर पालिका के स्वच्छता प्रभारी योगेश शर्मा को फोन के माध्यम से एवं व्हाट्सएप के माध्यम से सूचना दी गई। प्रति उत्तर में उन्होंने कर्मचारियों को भेजकर उक्त कचरा उठाने के लिए अपनी सहमति भी प्रदान की थी परंतु 15 दिन बीत जाने के बाद भी आज तक उस कचरे को ना उठाया जाना नगर पालिका की कार्यशैली एवं लापरवाही पूर्ण रवैया को ही प्रदर्शित करता है।
शहर में केवल थीम रोड के डिवाइडर के आसपास की जिम्मेदारी नगर पालिका के सफाई महकमे ने उठा रखी है, ऐसा नहीं है की स्वच्छता कर्मचारी अपना कार्य नहीं कर रहे परंतु आम लोगों को जहां निवास करना है जहां वह रहते हैं उन स्थानों पर सफाई ना किया जाना अत्यंत खेद जनक है। तात्या टोपे नगर के मंदिर परिसर के बाहर एकत्रित कचरा छाया चित्र के माध्यम से पूरी हकीकत बयां कर रहा है।